पापड़ बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें। How to Start a Papad Making Business.

Papad Making Business से भले ही आप अनभिज्ञ हों लेकिन पापड़ से तो आप सभी अच्छी तरह से अवगत होंगे जी हाँ यह एक बेहद प्रसिद्ध इंडियन वेफर है। और इसका इस्तेमाल न सिर्फ शादी , विवाह एवं पार्टी जैसे आयोजनों में किया जाता है बल्कि लगभग हर घर में इसकी उपस्थिति आसानी से देखी जा सकती है। इसके अलावा होटल, ढाबों, रेस्टोरेंट इत्यादि में यह अनेक स्वरूपों जैसे प्लेन पापड़, मसाला पापड़, फ्राई पापड़ इत्यादि में खूब बिकता है।

ऐसे लोग जो खाने पीने के शौक़ीन रहते हैं उनके घरों में पापड़ मिलना स्वभाविक है। चूँकि इसे सुखी दालों का इस्तेमाल करके बनाया जाता है। इसलिए इसे भुनकर एवं फ्राई करके आसानी से खाया जा सकता है बाजार में इस तरह के ये पापड़ ग्राहकों की आवश्यकतानुसार अनेकों फ्लेवर में उपलब्ध है। इस तरह के किसी भी फ्लेवर के पापड़ को बनाने के लिए पहले लोई बनाने की आवश्यकता होती है और इस लोई में पहले से ही मिर्च, नमक, मसाले इत्यादि मिले हुए होते हैं।

इसमें मूंगफली के तेल को भी मिक्स करने की आवश्यकता हो सकती है बेकिंग सोडा का भी इस्तेमाल Papad Making Business में किया जाता है। इसमें सबसे पहले जिस भी दाल का पापड़ बनाना हो उसे पीसकर आटे का स्वरूप प्रदान किया जाता है। और फिर उस दाल के आटे की लोई बनायीं जाती है और इसे बेलकर रोटी की तरह का आकार दिया जाता है। उसके बाद इन्हें ड्राई मशीन की मदद से या फिर धूप में सुखाया जा सकता है और पैकिंग करके बाज़ारों में बेचने के लिए भेजा जा सकता है।

Papad making Business in hindi

पापड़ बनाने का व्यापार क्या है? (What is Papad Making Business )

Papad Making Business के बारे में जानने से पहले पापड़ के बारे में जान लेते हैं, पापड़ की यदि हम बात करें तो यह पतला रोटी की तरह एक इंडियन वेफर है जिसे एक चपटी रोटी के रूप में भी देखा जा सकता है। पापड़ को आम तौर पर सूखे दालों के पीसे हुए आटे से बनाया जाता है और इसे लोग फ्राई या फिर भुनकर खाना पसंद करते हैं।

हालांकि इसमें कोई दो राय नहीं की पापड़ की मूल संरचना अन्य अनाजों के आटे से बनी रोटी से भिन्न होती है। आम तौर पर इस तरह के पापड़ का इस्तेमाल घरों में तो किया ही जाता है लेकिन होटल, ढाबों, रेस्टोरेंट इत्यादि में इनका इस्तेमाल अनेकों स्वरूपों में बड़े पैमाने पर होता है। इसलिए जब किसी उद्यमी द्वारा व्यवसायिक तौर पर पापड़ बनाने का काम किया जाता है तो इसे ही Papad Making Business कहा जाता है।

भारत में पापड़ हर प्रकार के खाने में महत्वपूर्ण योगदान देता है इसे स्नैक्स , चाट एवं मुख्य खाने के साथ परोसा जाता है। इन पापड़ों को मुख्य रूप से दो भागों उत्तर भारतीय पापड़ एवं दक्षिण भारतीय पापड़ में विभाजित किया जा सकता है। ये अलग अलग आकार बनावट एवं नाम से बाजार में बिकते हैं इनमें मिनी पापड़, बड़े पापड़, भुने पापड़, खाकरा इत्यादि प्रमुख हैं।

पापड़ के उपयोग (Usses of Papad ):

पापड़ के कुछ प्रमुख उपयोगों की लिस्ट निम्नवत है।

  • पापड़ का अधिकतर इस्तेमाल पेय एवं मॉकटेल के साथ किया जाता है मसाला पापड़ इत्यादि इसी का एक उदाहरण है।
  • भारत में आम तौर पर पापड़ को किसी भी भोजन के साथ परोसा जाता है।
  • पापड़ को स्टार्टर या स्नैक्स आइटम के तौर पर खाया जा सकता है।
  • फ्राइड, रोस्टेड, ओपन-फ्लेम पापड़ और ओवन से बने पापड़ इसकी कुछ बेहतरीन किस्में हैं जिनका उपयोग अधिकतम होता है।
  • पापड़ की सब्जी या पापड़ की करी राजस्थान का एक प्रमुख व्यंजन है।
  • पापड़ खाने का आनंद चटनी, आचार, सॉस इत्यादि के साथ लिया जा सकता है।
  • ग्राहक अपनी पसंद के मुताबिक कोई भी पापड़ खरीद सकता है जैसे जैसे पंजाबी मसाला, उड़द दाल, मूंग
  • दाल, हींग, काली मिर्च, हरी मिर्च, लाल मिर्च, जीरा, लहसुन, अदरक, इलायची, लौंग और दालचीनी, इत्यादि।
  • चूँकि माना यह जाता है की पापड़ खाने के स्वाद को बढ़ाता है इसलिए लोग अक्सर दाल एवं चावल के साथ भी पापड़ खाना पसंद करते हैं।

पापड़ बनाने का व्यापार कैसे शुरू करें? (How to Start Papad Making Business in India)

Papad Making Business शुरू करना बेहद ही आसान प्रक्रिया है उद्यमी इसे चाहे तो बिना किसी मशीन के भी आसानी से शुरू कर सकता है। यही कारण है की इस तरह का यह व्यवसाय शुरू करने में उद्यमी को बहुत अधिक निवेश करने की भी आवश्यकता नहीं होती है । उद्यमी चाहे तो इस तरह के इस व्यापार को अपने घर से भी शुरू कर सकता है। और यह व्यापार महिला उद्यमियों के लिए एक बेहतरीन व्यापार हो सकता है। तो आइये जानते हैं की इस तरह के इस व्यापार को कोई इच्छुक पुरुष या महिला कैसे शुरू कर सकते हैं।

1. घर से या बाहर से का निर्णय लें

Papad Making Business बेहद कम निवेश के साथ शुरू किये जाने वाले बिजनेस में से एक है इसलिए उद्यमी चाहे तो इस व्यवसाय को अपने घर से भी शुरू कर सकता है।यही कारण है की उद्यमी को इस बिजनेस को शुरू करने से पहले इस बात का निर्णय लेने की आवश्यकता होती है की वह यह व्यवसाय अपने घर से शुरू करना चाहता है या फिर बाहर कोई दुकान या स्थल किराये पर लेकर यह बिजनेस शुरू करना चाहता है।

यदि Papad Making Business शुरू करने का इच्छुक उद्यमी कुछ महिलाओं को अपने कर्मचारी के तौर पर नियुक्त करने की योजना बना रहा है तो उसे बाहर कहीं किराये की दुकान लेकर ही इस तरह का यह व्यवसाय शुरू करना चाहिए। क्योंकि उस स्थान को उद्यमी रेंट एग्रीमेंट, लीज एग्रीमेंट इत्यादि के माध्यम से बिजनेस के पते के तौर पर भी इस्तेमाल में ला सकता है। और ध्यान रहे उद्यमी को पापड़ बनाने मशीनरी एवं उपकरण लगवाने, पापड़ को सुखाने इत्यादि के लिए उपयुक्त जगह की आवश्यकता हो सकती है।

इसलिए उद्यमी को उसी आधार पर दुकान या जगह का चयन करने की आवश्यकता होती है। चूँकि Papad Making Business खाद्य से जुड़ा हुआ बिजनेस है इसलिए उद्यमी को फ़ूड लाइसेंस के लिए भी आवेदन करने की आवश्यकता हो सकती है। जब तक उद्यमी का टर्नओवर बढ़ नहीं जाता तब तक वह केवल सौ दो सौ रूपये शुल्क अदा करके ऑनलाइन भी इस प्रकार के लाइसेंस के लिए आवेदन कर सकता है।      

2. मशीनरी या फिर मैन्युअल का निर्णय लें

जैसा की हम पहले भी बता चुके हैं की Papad Making Business को बिना मशीनरी के उपयोग के भी आसानी से बनाया जा सकता है। लेकिन इसमें उत्पादन की क्षमता एवं गति दोनों मशीनी उत्पादन से काफी कम रह सकती है । इसलिए यह उद्यमी पर निर्भर करता है की वह बिना मशीन के पापड़ बनाना पसंद करता है या नहीं। लेकिन जब शुरूआती दौर में उद्यमी के पास कोई अधिक ग्राहक नहीं होंगे तो हो सकता है की उसे उत्पादन भी सिमित मात्रा में करना पड़ जाय जो वह मैन्युअल अर्थात बिना मशीन के भी कर सकता है।

लेकिन जब उद्यमी के पापड़ों की माँग बाजार में बढ़ने लग जाय और उस मांग को मैन्युअल तरीके से उत्पादन करके पूर्ण करना मुश्किल हो जाय तो उद्यमी सेमी आटोमेटिक, आटोमेटिक मशीन कुछ भी खरीद सकता है। इसलिए उद्यमी के लिए इस व्यवसाय को शुरू करने से पहले इस बात का निर्णय लेना भी अति आवश्यक है की वह मशीनों के माध्यम से पापड़ का निर्माण करना चाहता है या फिर मैन्युअल तरीके से। जहाँ तक Papad Making Business में मशीनरी का सवाल है उसकी लिस्ट कुछ इस प्रकार से है।

  • आटोमेटिक पापड़ मेकिंग मशीन
  • फ्लोर नीडिंग मशीन
  • फ्लैट शीट मेकिंग मशीन
  • पापड़ शीटर
  • कटर मशीन
  • इलेक्ट्रिक ड्रायर
  • सीलिंग मशीन
  • टेबल, कुर्सी, रैक इत्यादि

आवश्यक कच्चे माल की लिस्ट कुछ इस प्रकार से है।

  • राइस पाउडर
  • विभिन्न प्रकार की दाल जैसे उड़द चना इत्यादि
  • नमक, मिर्च इत्यादि मसाले
  • खाने वाला तेल
  • कास्टिक सोडा
  • पैकिंग सामग्री       

3. स्थानीय महिलाओं को काम पर लगायें (Staffs for papad Making)

Papad Making Business शुरू करने वाले उद्यमी को एक बात का ध्यान अवश्य रखना होगा की महिलाएं पापड़ बनाने का काम पुरुषों के मुकाबले अधिक दक्षता के साथ कर सकती है। और उद्यमी को ये महिलाएं काम के लिए सस्ती दरों पर उपलब्ध भी हो सकती हैं इसलिए उद्यमी को स्थानीय महिलाओं को रोजगार देने के उद्देश्य से भी काम पर रखना उचित होगा।

शुरूआती दौर में Papad making Business कर रहा उद्यमी, कुछ महिलाओं को काम पर रखकर इसकी शुरुआत कर सकता है और जब उसका व्यापार चलने लगे तो और अधिक महिलाओं को रोजगार देने का दायित्व पूर्ण कर सकता है । उद्यमी चाहे तो अपने व्यापार को उद्योग आधार में रजिस्टर करा सकता है ताकि उसे भी सरकारी प्रोत्साहन का फायदा मिल सके।  

 4. पापड़ बनायें और बेचें  (Start Papad making and Sell)

आम तौर पर जब किसी व्यक्ति को पापड़ खरीदने होते हैं तो उसका रुख उस क्षेत्र विशेष में उपलब्ध परचून की दुकान अर्थात किरयाना स्टोर की तरफ होता है। इसलिए उद्यमी को चाहिए की वह उस स्थान विशेष में उपलब्ध सभी परचून की दुकानों में अपना उत्पाद बिकवाने की कोशिश करे।

इसके लिए Papad Making Business करने वाले उद्यमी को किरयाना स्टोर के मालिकों को आकर्षित करने के लिए अनेकों योजनायें एवं रणनीति बनाने की आवश्यकता होती है। उद्यमी चाहे तो उन्हें अधिक मार्जन या फिर कुछ निश्चित खरीदारी पर गिफ्ट आइटम इत्यादि की पेशकश कर सकता है। इसके अलावा उद्यमी होटल ढाबों, रेस्टोरेंट इत्यादि से सीधे संपर्क करके उन्हें अपना उत्पाद बेच सकता है।

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