नेटवर्क मार्केटिंग क्या है इसे कैसे शुरू करें। Network Marketing Business in Hindi.

Network Marketing business plan in Hindi – बिजनेस, रोजगार या किसी ऐसे काम की बात हो रही हो जिससे उद्यमी कमाई करने में समर्थ हो तो उसमें MLM का जिक्र करना भी बेहद जरुरी हो जाता है। यद्यपि यह भी लोगों की कमाई का एक उत्तम साधन रहा है और बहुत सारे लोग आज भी इसकी बदौलत अच्छी खासी कमाई कर पाने में समर्थ भी हैं। लेकिन MLM यानिकी मल्टी लेवल मार्केटिंग की एक खास  बात यह भी है की इसके बारे में कहा जाता है की इसमें सफलता बेहद कम लोगों को मिलती है।

जो की एकदम सही भी है क्योंकि वास्तविकता भी यही है की इसमें बेहद कम लोगों को ही सफलता का स्वाद चखते हुए देखा गया है। विकसित देशों में इस तरह का यह कार्य चरम सीमा तक पहुँच गया है अर्थात वहां पर लगभग सभी आंशिक लोग इस नेटवर्क से जुड़ चुके हैं। लेकिन भारत में इस क्षेत्र में अपार संभावनाओं के द्वार इसलिए खुले हुए हैं क्योंकि यहाँ पर जनसँख्या की कोई कमी नहीं है। इसलिए यदि किसी व्यक्ति में दूसरों को अपनी बात मनवाने का हूनर हो तो वह कितने भी लोगों को अपने नेटवर्क से जोड़कर असीमित धन कमा सकता है।

वैसे देखा जाय तो इस मल्टी लेवल मार्केटिंग में भारतवासियों का असफल होने के पीछे अनेक कारण हैं जिनका जिक्र हम एक अलग से लेख के माध्यम से करेंगे। लेकिन एक सच्चाई यह भी है की यहाँ पर लोग इस कार्यक्रम को गंभीरता से नहीं लेते हैं वह अपने किसी पारिवारिक सदस्य या मित्र के कहने से एमएलएम के कार्यक्रम से जुड़ तो जाते हैं। लेकिन वे इसमें गंभीरता से कार्य नहीं करते हैं जिसके परिणामस्वरूप वे सफलता के स्वाद से भी वंचित ही रहते हैं।

MLM को लोग गंभीरता से नहीं लेते हैं तो वे अपने नीचे नेटवर्क बनाने के लिए भी अपने सम्पूर्ण प्रयास नहीं लगाते हैं। और इसे अपना समय भी नहीं देते हैं यही कारण है की वे असफल हो जाते हैं। लेकिन कुछ चन्द लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने इसकी बदौलत अकूत सम्पति कमाई है और यही वे लोग हैं जो अन्य लोगों को मल्टी लेवल मार्केटिंग ज्वाइन करने की प्रेरणा देते हैं।

नेटवर्क मार्केटिंग क्या है

नेटवर्क मार्केटिंग क्या है (What is Network Marketing)

इसको मल्टी लेवल मार्केटिंग भी कहा जाता है इसे एक ऐसा व्यवसायिक मॉडल कह सकते हैं जिसमें लोगों के पिरामिड से बना हुआ ढांचा नेटवर्क के रूप में उत्पाद या सेवाओं की बिक्री के लिए कार्य करता है। इस नेटवर्क में शामिल लोगों को कंपनी द्वारा कमीशन के रूप में उनका पारिश्रमिक दिया जाता है। ध्यान रहे कंपनी द्वारा इस नेटवर्क में शामिल प्रतिभागियों को तभी कमीशन दिया जाता है।

जब वे कंपनी की निति के मुताबिक किसी व्यक्ति को कंपनी से जोड़कर कंपनी के उत्पाद या सेवा की बिक्री कराते हैं। यह जरुरी नहीं है की प्रतिभागी को तभी पारिश्रमिक मिलेगा जब उसके द्वारा जोड़ा गया व्यक्ति ही कुछ खरीदारी करेगा बल्कि उसके द्वारा जोड़ा गया व्यक्ति यदि उस नेटवर्क से किसी अन्य व्यक्ति को जोड़कर खरीदारी करवाता है। तब भी उस प्रतिभागी को पारिश्रमिक मिलता है और यह सिलसिला यूँ ही चलते रहता है।

आम भाषा में यदि हम इस प्रक्रिया को समझने की कोशिश करें तो हम पाएंगे की यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें कंपनी द्वारा प्रतिभागियों को किसी प्रकार का वेतन तो नहीं दिया जाता है। लेकिन जब उनके नेटवर्क के तहत किसी भी व्यक्ति द्वारा उत्पाद या सेवा खरीदी जाती है तो उन्हें पारिश्रमिक के तौर पर कमीशन मिलता है। और MLM का यह चक्र निरंतर चलता रहता है।

नेटवर्क मार्केटिंग के फायदे (Benefits of Network Marketing)

वैसे देखा जाय तो इसमें अनेकों कमियाँ भी हैं लेकिन चूँकि यह विकसित देशों में लोगों की आय का एक बेहद प्रसिद्ध साधन रही है। और आज भारत जैसे विकासशील देश में भी यह तीव्र गति से बढती जा रही है। और यहाँ पर भी हजारों लाखों लोगों की आय का साधन बन रही है इसलिए इसके कुछ प्रमुख फायदों की लिस्ट निम्नवत है।  

  • नेटवर्क मार्केटिंग का सबसे बड़ा फायदा यह है की इस प्रणाली में कोई भी व्यक्ति लगभग लगभग मुफ्त में यानिकी अपनी आवश्यकता का सामान खरीदकर भी प्रवेश कर सकता है। चूँकि इसमें प्रवेश बेहद आसान है शायद यही कारण है की लोग इसे गंभीरता से नहीं लेते हैं।
  • हर उम्र, लिंग, जाति के लोग इस तरह के कार्यक्रम में आसानी से प्रवेश कर सकते हैं यहाँ तक की साठ साल के वरिष्ठ नागरिक भी इस बिजनेस मॉडल का हिस्सा बनकर कमाई कर सकते हैं। इसमें किसी प्रकार का कोई बंधन नहीं है।
  • चूँकि यह एक ऐसा क्षेत्र है जहाँ पर लोग किसी अन्य व्यक्ति से प्रेरणा लेकर ही इसमें प्रविष्ट होते हैं। इसलिए भारत में भी इस क्षेत्र के जानकारों एवं एक्सपर्ट की कोई कमी नहीं है जो खुद के नेटवर्क में लोगों को जोड़ने के लिए मुफ्त में जानकारी एवं प्रगति करने के टिप्स बताते रहते हैं।
  • यदि आप नौकरीपेशा हैं तो भी और यदि आप विद्यार्थी हैं तब भी आप इस बिजनेस मॉडल में शामिल हो सकते हैं। क्योंकि इसे पार्ट टाइम जॉब के तौर पर आसानी से मैनेज किया जा सकता है।
  • कमीशन, रिवॉर्ड, अवार्ड जैसी योजना हर एक नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी की अलग अलग हो सकती है। लेकिन फायदा यह है की हर एक कंपनी का पहले से कोई न कोई सिस्टम अवश्य होता है। इसलिए व्यक्ति को पहले से मौजूद प्रणाली के तहत काम करना होता है जिसके कारण उसे कोई नया सिस्टम बनाने की आवश्यकता नहीं होती है।
  • अनेकों कंपनियां एवं लोग जो पहले से कंपनी से जुड़े हों अपना उत्पाद बेचने एवं नेटवर्क बढाने के उद्देश्य से उनके इस सिस्टम एवं उत्पादों की मुफ्त में शिक्षा एवं प्रशिक्षण प्रदान करते हैं।
  • इसका एक फायदा यह भी है की ऐसे कार्यक्रमों में कोई भी व्यक्ति चाहे वह शिक्षित हो या अशिक्षित हिस्सा ले सकता है। इसके अलावा यह पैसिव इनकम का भी एक अच्छा सा स्रोत बन सकता है। 

नेटवर्क मार्केटिंग काम कैसे करती है (How does network marketing work)

इस अनदेखे उद्योग का निर्माण दुनिया भर में उपलब्ध लाखों करोड़ों लोग कर रहे हैं। लेकिन बहुत सारे लोग ऐसे भी हैं जो इससे अभी तक अनिभिज्ञ हैं और जानना चाहते हैं की यह प्रक्रिया कैसे काम करती है। जैसा की अब तक हम इस लेख के माध्यम से जान चुके हैं की इस सिस्टम का विकास कम्पनियों द्वारा अपने उत्पाद या सेवा की बिक्री को बढाने के लिए किया जाता है इसलिए कम्पनियां लोगों को प्रलोभन देकर इस बिजनेस मॉडल का हिस्सा बनाती हैं।

चूँकि इस बिजनेस मॉडल का हिस्सा बनने के लिए व्यक्ति को न चाहते हुए भी कंपनी का उत्पाद या सेवा खरीदनी होती है। इसलिए जितने लोग कंपनी के नेटवर्क से जुड़ते हैं कंपनी की बिक्री में भी उतनी ही वृद्धि होती है। इसलिए नेटवर्क मार्केटिंग या मल्टी लेवल मार्केटिंग को कंपनी एवं ग्राहकों के मध्य एक ऐसी कड़ी कहा जा सकता है जो अपने कमाए हुए लाभ का कुछ हिस्सा ग्राहकों में भी वितरित करती है। इस प्रणाली में एक व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति को अपने नेटवर्क में शामिल करता है और वह अन्य व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति को शामिल करता है।

ध्यान रहे इसमें कोई भी व्यक्ति कितने भी लोगों को अपने नेटवर्क में शामिल कर सकता है। इस प्रकार से एक नेटवर्क बनता जाता है पहले व्यक्ति ने, दुसरे व्यक्ति को, और दुसरे व्यक्ति ने तीसरे व्यक्ति को इस कंपनी से जोड़ा तो इस स्थिति में पहले व्यक्ति के नीचे दो व्यक्ति दुसरे व्यक्ति के नीचे एक व्यक्ति एवं तीसरे व्यक्ति के नीचे वो व्यक्ति जिसे वह शामिल करेगा। माना जाएगा इस प्रकार से यह सिलसिला चलता रहेगा और अनेक स्तरों पर चलता रहेगा इसलिए इसे मल्टी लेवल मार्केटिंग भी कहा जाता है ।

नेटवर्क मार्केटिंग कैसे शुरू करें (How to start network marketing)

यद्यपि हम उपर्युक्त वाक्यों में भी यह स्पष्ट कर चुके हैं की इस में प्रवेश करना बहुत ही आसान है। इसलिए आम तौर पर देखा गया है की यदि किसी को इस तरह का यह काम करना होता है तो वह सबसे पहले अपने पारिवारिक सदस्यों, मित्रों, दोस्तों, जानकारों को ही अपने नेटवर्क में शामिल करने की कोशिश करता है। क्योंकि उसे लगता है की वे उसकी बात बेहद जल्दी मान जायेंगे।

लेकिन कभी भी हो न तो नाते रिश्तेदारों के भरोसे मल्टी लेवल मार्केटिंग में प्रवेश लेना और न ही किसी रिश्तेदार, दोस्त या प्रियवर के कहने पर ऐसा करना चाहिए। क्योंकि जो लोग बिना किसी योजना के ऐसा करते हैं वे इसमें असफल ही होते हैं। इसलिए यदि आप भी इसमें प्रवेश पाना चाहते हैं और सिर्फ प्रवेश नहीं बल्कि अपना स्वयं का बिना निवेश के बिजनेस शुरू करना चाहते हैं। तो आपको किसी नाते, रिश्तेदार के कहने पर नहीं बल्कि अपने भरोसे पर इसमें प्रवेश करना चाहिए।

प्रवेश करने से पहले कंपनी का नाम, कंपनी का उत्पाद बिकने वाले हैं या नहीं, कंपनी द्वारा दिए जाने वाले कमीशन एवं कंपनी की विश्वसनीयता इत्यादि का गहराई से विश्लेषण कर लें। क्योंकि अक्सर देखा गया है की कुछ कम्पनियां लोगों के साथ फ्रॉड भी कर देती हैं। कंपनी की विश्वसनीयता के बाद जो सबसे अहम् बात किसी MLM कंपनी में प्रवेश करने की है वह है कंपनी द्वारा ऑफर किये जाने वाले उत्पाद की मांग, गुणवत्ता एवं कीमत।

कहने का आशय यह है की किसी भी व्यक्ति को एमएलएम कार्यक्रम यानिकी Network Marketing का हिस्सा बनने से पहले यह जानने का प्रयास अवश्य करना चाहिए की जो कंपनी द्वारा उत्पाद बेचने के लिए कहा जा रहा है क्या उनकी मांग उस क्षेत्र में है की नहीं और कहीं ऐसा तो नहीं की उत्पाद या सेवा की कीमत बहुत अधिक हो। क्योंकि इन दोनों स्थितियों में उद्यमी लोगों को समझा पाने में नाकाम होगा जिससे वह अपना नेटवर्क बढाने में भी असफल हो जायेगा।

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