सरसों तेल की मिल कैसे शुरू करें। Mustard Oil Extraction Business.

भारत में खाद्य तेलों की यदि बात करें तो Mustard Oil इन खाद्य तेलों में प्रमुख है और यहाँ खाद्य तेलों की खपत पूरे देश में बड़े पैमाने पर होती है । वह इसलिए क्योंकि खाद्य तेलों का इस्तेमाल लगभग हर घर एवं खान पान प्रदान करने वाले प्रतिष्ठान जैसे ढाबे, होटल, रेस्टोरेंट में होता रहता है। वैसे देखा जाय तो हमारे देश भारत में अनेकों प्रकार के खाद्य तेलों जैसे मूंगफली, सोयाबीन, कपास के बीज से निर्मित तेल, सूरजमुखी, सरसों का तेल इत्यादि का इस्तेमाल किया जाता है।

और अधिकतर या यूँ कहें सभी खाद्य तेलों को विभिन्न फसलों की बीजों से एक्सट्रैक्शन प्रक्रिया के माध्यम से ही तैयार किया जाता है। और इन खाद्य तेलों का विनिर्माण करने में बहुत सारी क्षेत्रीय एवं राष्ट्रीय ब्रांड लगी हुई है। और जहाँ तक Mustard Oil की बात है इसका इस्तेमाल बड़े पैमाने पर उत्तरी एवं पूर्वी भारत में किया जाता है इसलिए इन्हीं दो क्षेत्रों में सरसों के बीज से तेल निकालने की यूनिट शुरू करना लाभकारी हो सकता है।

इसलिए यदि आप भी इस तरह का यह व्यवसाय शुरू करने की योजना बना रहे हैं तो आज इस लेख के माध्यम से इस विषय पर दी जाने वाली जानकारी आपके लिए सहायक सिद्ध हो सकती है।

Mustard oil Extraction Business
Mustard oil Extraction Business

Mustard Oil Extraction Business क्या है.

जैसा की हम उपर्युक्त वाक्य में भी बता चुके हैं की सरसों के तेल का इस्तेमाल उत्तरी एवं पूर्वी भारत में लोग खाद्य तेल के तौर पर बड़े पैमाने पर करते हैं।और यह भी सच्चाई है की Mustard Oil का इस्तेमाल खाद्य तेल के तौर पर काफी पुराने समय से चला आ रहा है।

प्राचीनकाल में जब लोग पूरी तरह से कृषि सम्बन्धी कार्यों पर निर्भर थे तब वे खुद के खेतों में सरसों उगाते थे। और हर दो तीन गाँव में कम से कम एक कोल्हू बैल तो हुआ ही करता था जिसे एक ही जगह पर गोल गोल घुमाया जाता था। और उसके घुमने से कोल्हू में जो सरसों के बीज डाले गए हों उनमें दबाव पड़ता था और इस निष्कर्षण प्रक्रिया से तेल की उत्पति होती थी।

लेकिन वर्तमान में Oil Extraction की नई नई तकनीक की मशीनें आ गई हैं जिन्हें विद्युत् से आसानी से चलाया जा सकता है। यही कारण है की आज ग्रामीण इलाकों से भी कोल्हू के बैल गायब हो गए हैं क्योंकि अब उनकी जगह मशीन ने ले ली है। सरसों के बीज से तेल निकालने की प्रक्रिया ही Mustard Oil Extraction कहलाती है। और जब उद्यमी व्यवसायिक तौर पर इसका निर्माण करके इसे बेच रहा होता है तो यह बिजनेस का रूप धारण कर लेती है।

सरसों के तेल की बिक्री संभावना

भारत में खाद्य तेल के तौर पर सरसों के तेल का इस्तेमाल पूर्वी एवं उत्तरी भारत में बड़े पैमाने पर किया जाता है। और इसमें भी कोई दो राय नहीं की Mustard Oil कोई नया खाद्य तेल नहीं है बल्कि इसका इस्तेमाल काफी समय पहले से किया जाता रहा है। लेकिन समय के साथ लोगों की खान पान की आदतों में भी परिवर्तन साफ साफ देखा जा सकता है वर्तमान में घरों में विभिन्न प्रकार के व्यंजन तेल में तलकर एवं भुनकर बनाये जाते हैं ।

इसके अलावा तले भुने हुए खाद्य आइटम सिर्फ घरों में ही नहीं बल्कि बाज़ारों में उपलब्ध खान पान के स्थलों रेहड़ी पटरी से लेकर पांच सितारा होटलों में तक बड़े पैमाने पर बनाये जाते हैं। इसलिए खाद्य आइटम को बनाने में बड़ी मात्रा में खाद्य तेल जैसे सरसों के तेल इत्यादि का इस्तेमाल होता है। खाद्य तेल रोजमर्रा की जिन्दगी में रोज इस्तेमाल में लायी जाने वाली सामग्री है और बढती जनसँख्या के साथ हर साल इसकी मांग लगातार बढती जा रही है।

और भारत में उत्तरी एवं पूर्वी भारत में Mustard Oil को बड़े पैमाने पर खाद्य तेल के रूप में पसंद किया जाता है और यहाँ सरसों की खेती भी अच्छी होती है इसलिए इन दो क्षेत्रों में कच्चे माल की भी कमी रहने के आसार नहीं हैं। हालंकि पूर्वी भारत एवं उत्तरी भारत में कुछ राज्य ऐसे भी हैं जहाँ सरसों की खेती भी होती है और वहां के लोग सरसों के तेल को खाने में पसंद भी करते हैं । लेकिन इसके बावजूद वहां मांग के मुताबिक सरसों के तेल निकालने वाली यूनिट की कमी है। ऐसे राज्यों में उद्यमी आसानी से सरसों से तेल निकालने का व्यवसाय शुरू कर सकता है।

सरसों तेल मिल का व्यापार कैसे शुरू करें?(How to Start Mustrad oil Extraction Business)

सरसों से तेल निकालने का व्यापार शुरू करने के लिए उद्यमी को Oil Expeller Machine खरीदने की आवश्यकता होती है। यदि उद्यमी उत्तरी या पूर्वी भारत में रहता है तो वह खुद का Mustard Oil Extraction Business शुरू करने के बारे में सोच सकता है। इस तरह का यह व्यवसाय शुरूआती दौर में कुटीर उद्योग के तौर पर भी शुरू किया जा सकता है।

लेकिन यदि उद्यमी की योजना बड़े स्तर पर इस तरह का यह व्यवसाय शुरू करने की है तो उसे अधिक उत्पादन क्षमता वाली मशीन एवं कर्मचारियों को काम पर रखने की भी आवश्यकता होगी और अपने बिजनेस को रजिस्ट्रार ऑफ़ कम्पनीज के साथ रजिस्टर करने की भी आवश्यकता होगी। आइये इस तरह के व्यवसाय को शुरू करने की स्टे बाई स्टेप प्रक्रिया के बारे में समझने की कोशिश करते हैं।

1. स्थानीय स्तर पर रिसर्च

खुद का Mustard Oil Extraction Business शुरू करने के लिए उद्यमी को सर्वप्रथम जिस एरिया में वह यह व्यवसाय शुरू करना चाहता हो वहां पर विभिन्न जानकारी जुटाने के लिए स्थानीय तौर पर रिसर्च करने की आवश्यकता होती है। इस रिसर्च में उद्यमी को यह जानकारी जुटाने का प्रयत्न करना चाहिए की उस एरिया में सरसों की खेती की जाती है या नहीं? क्योंकि यह जानकारी हासिल करके उद्यमी को कच्चे माल की उपलब्धता की जानकारी हो पायेगी।

इसके अलावा प्रतिस्पर्धा का पता करने के लिए उद्यमी को पता करना होगा की उस एरिया में पहले से कोई सरसों का तेल निकालने की मिल तो नहीं चल रही है। इसके अलावा जो सबसे महत्वपूर्ण बात है वह यह की उस एरिया में कितने प्रतिशत लोग खाद्य तेल के तौर पर Mustard Oil का इस्तेमाल करते हैं। यह इसलिए क्योंकि शुरूआती दौर में उद्यमी को अपना उत्पाद लोकेलिटी में ही बेचना होगा।   

2. जगह का प्रबंध (Land & building for Mustard Oil Extraction Business)

जहाँ तक जगह का सवाल है बड़े स्तर पर इस तरह का बिजनेस शुरू करने के लिए 200 Square Meter की जगह पर्याप्त हो सकती है। जिसमें से लगभग 100 Square Meter निर्माण किया हुआ एरिया होना बेहद जरुरी है। चूँकि किसी रिहायशी सा भीड़ भाड़ वाली जगह में उद्यमी को Mustard Oil Extraction Unit स्थापित करने की आवश्यकता नहीं है।

इसलिए यदि उद्यमी जगह खुद लेगा तो उसे 80000 से एक लाख रूपये में जगह मिल सकती है और उसमें इस व्यवसाय के अनुकूल निर्माण कराने में 3-4 लाख रूपये का खर्चा आ सकता है। इस प्रकार लैंड एवं बिल्डिंग पर आने वाली कुल लागत 4-5 लाख रूपये हो सकती है। उद्यमी चाहे तो निर्माण की हुई जगह किराये पर लेकर भी इस तरह के बिजनेस को शुरू कर सकता है लेकिन ध्यान लीज या रेंट एग्रीमेंट बनाना अति आवश्यक है।     

3. आवश्यक लाइसेंस एवं रजिस्ट्रेशन

सबसे पहले उद्यमी को अपने बिजनेस को कम्पनी ऑफ़ रजिस्ट्रार के तहत रजिस्टर कराने की आवश्यकता हो सकती है। उद्यमी चाहे तो प्रोप्राइटरशिप के तहत रजिस्टर कर सकता है क्योंकि इसके तहत उद्यमी को बहुत अधिक औपचारिकतायें एवं सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने की आवश्यकता नहीं होती है। इसके तहत व्यवसाय को ऑनलाइन भी आसानी से रजिस्टर किया जा सकता है।

उद्यमी को जीएसटी रजिस्ट्रेशन के अलावा फैक्ट्री एक्ट के तहत रजिस्ट्रेशन एवं स्थानीय प्राधिकरण से ट्रैड लाइसेंस की भी आवश्यकता हो सकती है। पैन कार्ड एवं बैंक में चालू खाता खोलने की भी आवश्यकता होती है और चूँकि Mustard Oil Extraction Business खाद्य से जुड़ा हुआ बिजनेस है इसलिए इसके लिए फ़ूड लाइसेंस की भी आवश्यकता होती है।    

4. कच्चे माल की खरीदारी (Raw Material for Mustard oil Extraction)

अब Mustard Oil Extraction business शुरू करने वाले उद्यमी का अगला कदम कच्चे माल की खरीदारी का होना चाहिए। और जैसा की हम सब अच्छी तरह से जानते हैं की सरसों के तेल का निर्माण सरसों के बीज से निष्कर्षण प्रक्रिया के माध्यम से किया जाता है इसलिए इस व्यवसाय में प्रमुख कच्चा माल सरसों के बीज ही हैं।

अब सवाल यह उठता है की लगभग कितने किलो बीज से एक किलो सरसों का तेल निकल सकता है तो एक आंकडें के मुताबिक सरसों के बीज से लगभग 30% तेल निकलता है जिसका अभिप्राय यह है की लगभग 3 किलो 330 ग्राम सरसों से एक किलो सरसों का तेल निकल सकता है।

यानिकी 100 किलो सरसों के बीज से तक़रीबन 24-30 किलो सरसों का तेल निकल सकता है। यहाँ पर यह अनुमानित आंकड़ा बताना इसलिए जरुरी हो जाता है क्योंकि इसी आंकड़े के आधार पर उद्यमी यह निर्णय ले पायेगा की उसके Mustard Oil Extraction Business के लिए कितना क्विंटल या टन कच्चा माल पर्याप्त रहेगा। कच्चा माल उद्यमी को स्थानीय किसानों से ही खरीदने की कोशिश करनी चाहिए।      

5. मशीनरी एवं उपकरण

जैसा की हम पहले भी बता चुके हैं की भारत में Mustard Oil Extraction Business में अनेकों तरह की अलग अलग क्षमता वाली मशीनरी इस्तेमाल में लायी जाती हैं। और इनकी निष्कर्षण क्षमता के मुताबिक ही इनकी कीमत भी होती है यानिकी जिस मशीन की प्रति घंटा निष्कर्षण क्षमता अधिक होगी उसकी कीमत भी अधिक होगी।

चूँकि सरसों की फसल वर्ष में एक बार होती है इसलिए इस तरह के व्यवसाय को वर्ष भर चालू रखना काफी कठिन है लेकिन इसे वर्ष के 200-250 दिन आसानी से चलाया जा सकता है। इस व्यवसाय में इस्तेमाल में लायी जाने वाली मशीनरी एवं उपकरणों की लिस्ट कुछ इस प्रकार से है।

  • टेबल घानी/आयल एक्सट्रैक्टर
  • आयल एक्सपेलर
  • फ़िल्टर
  • इलेक्ट्रिक मोटर
  • टेस्टिंग उपकरण
  • तौलने वाली मशीन
  • पैकिंग एवं सीलिंग मशीन

मशीनरी एवं उपकरणों के सप्लायर को ऑनलाइन भी इंडियामार्ट, ट्रेडइंडिया जैसी वेबसाइट के माध्यम से आसानी से ढूंढकर उनसे संपर्क करके कोटेशन इत्यादि मंगाई जा सकती है।

सरसों से तेल निकालने की प्रक्रिया (Mustard Oil Extraction Process)   

अब Mustard Oil Extraction Business करने वाले उद्यमी को तेल निकालने की प्रक्रिया को शुरू कर देना चाहिए। जहाँ तक इसके निर्माण की प्रक्रिया की बात है यह पहले चली आ रही एक पारम्परिक निर्माण प्रक्रिया है हाँ यह अलग बात है की अब इस प्रक्रिया में कोल्हू के बैल की जगह मशीनरी का इस्तेमाल होने लगा है। इस प्रक्रिया में सबसे पहले सरसों के सूखे हुए बीजों को टेबल घानी या आयल एक्सट्रैक्टर में डाला जाता है और इसमें बीजों से लगभग 90% तक तेल निकल जाता है लेकिन 10% अभी भी बीजों में ही रह जाता है।

इसके बाद जो बीजों में दस प्रतिशत तेल बच जाता है उसे निकालने के लिए इस सामग्री को आयल एक्सट्रैक्टर से निकालकर आयल एक्सपेलर में डाला जाता है जिसका काम बीजों में बचे हुए तेल को निकालना होता है। और उसके बाद फ़िल्टर की मदद से Mustard Oil एवं ठोस हिस्से को अलग कर दिया जाता है।

उस ठोस हिस्से को आयल केक कहा जाता है जो मवेशियों अर्थात जानवरों के खाने के काम आता है और उनमें दूध की वृद्धि करने में भी सहायक होता है। इसलिए उद्यमी उत्पादित आयल केक को भी आसानी से किसानों को बेच सकता है। उसके बाद खाद्य तेल को टिन के कनस्तर, जार या फिर खाद्य ग्रेड प्लास्टिक के पाउच में पैक करके मार्किट में बेचने के लिए भेज दिया जाता है।

बेचें और ग्राहकों में विश्वास बढ़ाएं

वर्तमान समय में मनुष्य के लिए बाजार में हर चीज उपलब्ध है लेकिन आज के समय में मनुष्य जो सबसे अधिक चिंतित रहता है वह उसके खुद के स्वास्थ्य एवं परिवारजनों के स्वास्थ्य को लेकर है। क्योंकि भारत में जनसँख्या अधिक होने के कारण हर वस्तु की मांग बहुत अधिक है और कुछ शरारती एवं असमाजिक तत्व खानपान की चीजों में भी मिलावट करने से गुरेज नहीं करते हैं। इसलिए आज के युग में मनुष्य शुद्ध खाद्य वस्तु ढूँढने के लिए उत्सुक रहता है भले ही उसके लिए उसे दो पैसे महंगे ही क्यों न खर्च करने पड़ें।

Mustard Oil Extraction Business भी खाद्य से जुड़ा हुआ है और इसकी जरुरत लगभग हर घर में हमेशा रहती है। इसलिए सरसों से तेल निकालने का व्यवसायी यदि अपने ग्राहकों को यह बात समझाने में कामयाब हो गया की उसके द्वारा उत्पादित उत्पाद में किसी प्रकार के केमिकल की मिलावट नहीं है तो उसके उत्पाद को समाज का एक वर्ग अवश्य उपयोग में लायेगा।

इसके लिए उद्यमी को अपने ग्राहकों एवं अपने उत्पाद के प्रति काफी ईमानदार होना पड़ेगा क्योंकि आज का ग्राहक जागरूक है और उसे क्षण भर के लिए तो भ्रमित किया जा सकता है लेकिन लम्बे समय के लिए नहीं। इसलिए यदि उद्यमी अपने Mustard Oil Extraction Business की सफलता चाहता है तो उसे शुद्धता एवं उसकी मार्केटिंग का विशेष ध्यान रखना होगा।   

अन्य लेख भी पढ़ें  

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *