ऑनलाइन मैट्रीमोनिअल बिजनेस या मैरिज ब्यूरो कैसे शुरू करें।

यदि आप ग्रामीण क्षेत्र में निवासित हैं तो शायद आप ऑनलाइन मैट्रीमोनिअल बिजनेस  से कम ही वाकिफ होंगें, क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी शादी के लिए लड़के या लड़की ढूँढने के लिए वे किसी मैरिज ब्यूरो इत्यादि की मदद नहीं लेते हैं। बल्कि एक दुसरे से पता करके ही शादी योग्य लड़के लड़कियों का पता लगाकर एक दुसरे के लिए जीवनसाथी ढूँढते हैं। लेकिन वर्तमान में एक सिमित क्षेत्र में योग्य वर या वधू मिल पाना किसी चुनौती से कम नहीं रह गया है, क्योंकि वर्तमान में दोनों पक्षों की अपने जीवनसाथी के प्रति उम्मीदें बदल गई हैं।

जहाँ पहले ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि का काम करने योग्य बहू को ढूँढा जाता था वहीँ आज पढ़ी, लिखी हर तरह का काम जानने वाली बहू को तवज्जो दी जाती है। इसके अलावा कृषि पर लोगों की निर्भरता कम होने के कारण संयुक्त परिवारों का विघटन हो गया है, और एकाकी परिवारों के उदय के चलते कामकाजी बहूओं की भी मांग काफी बढ़ गई है। यही कारण है की आज की पीढ़ी अपने लिए जीवनसाथी का चुनाव भी मैरिज ब्यूरो के माध्यम से करती है।

इसलिए आज की जीवनशैली और आवश्यकता को देखते हुए ऑनलाइन मैट्रीमोनिअल बिजनेस  शुरू करना किसी भी उद्यमी के लिए बेहद लाभकारी साबित हो सकता है। और भारत में पिछले पच्चीस सालों से बहुत सारी मैट्रीमोनिअल वेबसाइट लोगों को अपनी कुशल सेवाएँ प्रदान करके अच्छी खासी कमाई कर भी रही हैं।

अब चूँकि भारत में भी इन्टरनेट से और अधिक लोग जुड़ रहे हैं इसलिए इस क्षेत्र में और इच्छुक उद्यमियों के लिए भी काफी अवसर पैदा हुए हैं। ऑनलाइन मैट्रीमोनिअल बिजनेस में शादी.कॉम, जीवनसाथी.कॉम इत्यादि सफलतम बिजनेस इकाइयों के बेहतरीन उदाहरण हैं। यदि आप भी खुद का ऑनलाइन मैट्रीमोनिअल बिजनेस शुरू करने के बारे में विचार कर रहे हैं तो आज हम इसी विषय पर विस्तार से जानकारी देने का प्रयत्न कर रहे हैं लेकिन उससे पहले जान लेते हैं की यह व्यवसाय है क्या?

मैट्रीमोनिअल बिजनेस कैसे शुरू करें

ऑनलाइन मैट्रीमोनिअल बिजनेस क्या है?

मैट्रीमोनिअल बिजनेस को आप साधारण भाषा में शादी के लिए जोड़ीयों का मिलान करने का बिजनेस भी कह सकते हैं। यह इसलिए जरुरी होता है क्योंकि पुराने ज़माने में एक कहावत भी बेहद मशहूर है की शादी अपने बराबर वालों में करनी चाहिए। यद्यपि जिस ज़माने की यह कहावत है उस जमाने में इसका मतलब केवल दौलत या सम्पति से लगाया जाता था। लेकिन आज के परिप्रेक्ष्य में शिक्षा, गुण, नौकरी, उम्र, लम्बाई, कद काठी इत्यादि से इस कहावत को जोड़कर देखा जा सकता है।

अक्सर हम देखते हैं की एक अच्छा पढ़ा लिखा, नौकरीपेशा लड़का अपनी शादी के लिए भी अच्छी पढ़ी लिखी और नौकरीपेशा लड़की ही पसंद करने की ही सोचता है, ऐसा ही लड़की के मामले में भी होता है। लेकिन पारम्परिक तरीकों में रिश्ता खोजते समय हम केवल एक क्षेत्र विशेष में ही लड़कों या फिर लड़कियों की खोज शादी के लिए कर पाते हैं। जबकि मैट्रीमोनिअल बिजनेस के माध्यम से आप आसानी से घर बैठे ही अपनी पसंद के अनुसार लड़का या लड़की का चयन कर सकते हैं।

आज जब लगभग हर व्यक्ति के पास इन्टरनेट की सुविधा उपलब्ध है तो लोग शादी के लिए लड़की या लड़का ढूँढने के लिए ईधर उधर भटकने से बच जायेंगे और घर बैठे अपने बच्चों की पसंद के मुताबिक लड़का या लड़की ढूँढने में सक्षम होते हैं। लेकिन इसके लिए उन्हें उस मैट्रीमोनिअल वेबसाइट की मेम्बरशिप लेनी होती है जो मंथली, क्वार्टरली, हाफ इयरली, इयरली हो सकती है।

ऑनलाइन मैट्रीमोनिअल बिजनेस में स्कोप  

भारत परम्पराओं, संस्कृतियों, पहनावे, रीती रिवाज में विविधताओं से भरा हुआ देश है और यहाँ विभिन्न धर्मों को मानने वाले लोग निवास करते हैं। लेकिन शादी हर वर्ग समुदाय के लोगों के जीवन में बेहदमहत्वपूर्ण होती है इसलिए लोग अच्छा जीवनसाथी खोजने के लिए हमेशा प्रयासरत रहते हैं। अब जैसा की हम पहले भी बता चुके हैं की एक क्षेत्र विशेष में योग्य वर या वधू ढूंढना मुश्किल है। उदाहरण के लिए माना एक गाँव में लड़का पढ़ लिखकर डॉक्टर बन गया और अब वह चाहता है की वह जिस लड़की से शादी करे वह भी डॉक्टर ही हो।

अब यदि वह पारम्परिक तरीके से अपने माता पिता को अपने लिए दुल्हन ढूँढने के लिए कहता है तो उसके माता- पिता एक क्षेत्र विशेष में रहकर ही यह काम करेंगे इसमें हो सकता है की उन्हें कोई डॉक्टर लड़की मिले ही नहीं। लेकिन यदि लड़का सीधे Matrimonial Website पर जाकर मेम्बरशिप लेकर रजिस्टर करता है तो एक क्षेत्र विशेष वाली सीमा हट जाती है और पूरे भारत के द्वार उसके लिए खुल जाते हैं।

ऑनलाइन मैट्रीमोनिअल बिजनेस का दायरा बेहद व्यापक है और यह एक सदाबहार व्यवसाय है अर्थात कहने का आशय यह है की जब शादियों का सीजन नहीं भी होता है तब भी लड़के, लड़कियां अपने लिए जोड़े तलाशते रहते हैं। एक आंकड़े के मुताबिक भारत में इस तरह का व्यवसाय 1000 करोड़ रूपये से भी अधिक का है ।

ऑनलाइन मैट्रीमोनिअल बिजनेस कैसे शुरू करें?

ऑनलाइन मैट्रीमोनिअल बिजनेस शुरू करने के लिए उद्यमी को एक वेब पोर्टल बनाने की आवश्यकता होती है अब जब वेब पोर्टल नया होगा तो भला कैसे कोई व्यक्ति इस पोर्टल के साथ जुड़ेगा इसके लिए उद्यमी को उसकी मार्केटिंग करनी होगी ताकि लोगों को उस वेब पोर्टल के बारे में पता चल सके। अब यदि उद्यमी शुरुआत में ही राष्ट्रीय स्तर पर इसे शुरू करेगा तो हो सकता है की उसका व्यवसाय असफल हो जाय क्योंकि राष्ट्रीय स्तर पर विज्ञापन या मार्केटिंग करने के लिए उसके पास पैसा नहीं होगा।

इसलिए उद्यमी को चाहिए की वह स्थानीय स्तर पर यह एक राज्य में जैसे पंजाबी शादी, बंगाली शादी, पहाड़ी शादी इत्यादि किसी एक राज्य में या एक क्षेत्र में रहने वाले लोगों को अपनी टारगेट कस्टमर के तौर पर देखे और उन्हीं के बीच अपने वेब पोर्टल की मार्केटिंग करे ताकि वे उस वेब पोर्टल की मेम्बरशिप लेकर रजिस्टर कर सकें। तो आइये जानते हैं की किसी इच्छुक उद्यमी को खुद का ऑनलाइन मैट्रीमोनिअल बिजनेस शुरू करने के लिए क्या क्या कदम उठाने की आवश्यकता हो सकती है।

1. स्थानीय स्तर पर या राष्ट्रीय स्तर पर का निर्णय लें

इस बात का निर्णय लेना इसलिए जरुरी हो जाता है क्योंकि शुरूआती दौर में उद्यमी के पास बजट की कमी होती है और यदि वह राष्ट्रीय स्तर पर इस तरह का व्यवसाय शुरू करता है तो उसे उन क्षेत्रों तक मार्केटिंग करने के लिए पैसों की आवश्यकता होती है। और यदि उद्यमी शुरूआती दौर में ऑनलाइन मैट्रीमोनिअल बिजनेस को स्थानीय स्तर पर शुरू करता है।

अर्थात किसी विशेष क्षेत्र या राज्य में रह रहे लोगों को ही पहले अपनी यह सर्विस मुहैया कराता है तो उसके लिए मार्केटिंग का क्षेत्र कम हो जाता है जिससे उसे मार्केटिंग और विज्ञापन पर कम खर्च करने की आवश्यकता हो सकती है। हालांकि उद्यमी अपने बजट और निवेश करने की क्षमता के अनुसार इस बात का निर्णय ले सकता है की उसके लिए क्या सही रहेगा?

2. पार्टनर में या फिर अकेले का निर्णय लें

उद्यमी द्वारा यह भी तय किया जाना चाहिए की वह ऑनलाइन मैट्रीमोनिअल बिजनेस को किसी पार्टनर के साथ शुरू करना चाहता है या फिर अकेले? अकेले और पार्टनर में व्यवसाय शुरू करने के अपने अपने फायदे और नुकसान हैं इसलिए उद्यमी को इन फायदे और नुकसानों के बारे में भी अच्छी तरह सोचना होगा।

एकल व्यवसाय में जहां उद्यमी ही सभी जोखिम और लाभ का भागीदार होता है वहीँ पार्टनर में लाभ और जोखिम दोनों बंट जाते हैं। इसके अलावा एकल व्यवसाय को सफल बनाने के लिए अकेले ही कड़ी मेहनत और व्यवसायिक निर्णय लेने की आवश्यकता होती है जबकि पार्टनर में कार्य और ज़िम्मेदारियाँ विभाजित हो जाती हैं जिससे उद्यमी पर अकेला पड़ने वाला दबाव भी विभाजित हो जाता है।   

3. लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन का पता करें

ऑनलाइन मैट्रीमोनिअल बिजनेस शुरू करने के लिए भी उद्यमी को उन्हीं सब लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता हो सकती है जो किसी अन्य व्यवसाय को शुरू करने के लिए आवश्यक लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन की लिस्ट निम्नवत है।

  • उद्यमी अपने व्यवसाय को प्रोप्राइटरशिप, पार्टनरशिप फर्म के तौर पर रजिस्टर कर सकता है।
  • जीएसटी रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता होती है।
  • व्यवसाय के नाम से बैंक में चालू खाता खोलने की आवश्यकता हो सकती है।
  • ऑनलाइन पेमेंट स्वीकार करने के लिए पेमेंट गेटवे की आवश्यकता हो सकती है।

 5. मैट्रीमोनिअल वेबसाइट बनाने वाली कंपनी की मदद लें

चूँकि यह ऑनलाइन मैट्रीमोनिअल बिजनेस है इसलिए उद्यमी को इसके लिए एक वेब पोर्टल की संरचना करनी होगी, उद्यमी चाहे तो खुद भी अपनी पसंद के मुताबिक गो डैडी या अन्य डोमेन रजिस्ट्रेशन कंपनी की वेबसाइट से डोमेन खरीद सकता है। नहीं तो डोमेन खरीदने के लिए भी उसी कंपनी से कह सकता है जिस कंपनी से वह अपनी मैट्रीमोनिअल वेबसाइट बनवा रहा हो।

वैसे तो उद्यमी को व्यक्तिगत तौर पर कार्य करने वाले वेब डेवलपर भी मिल जायेंगे जो इस बात का ऑफर करेंगे की वे भी उद्यमी के लिए अच्छी मैट्रीमोनिअल वेबसाइट बनवा सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे उद्यमी को किसी ऐसी कंपनी के साथ जाना चाहिए जिसे इस तरह की वेबसाइट बनाने का अनुभव हो और उसके पास इस तरह की वेबसाइट बनाने के लिए पर्याप्त टूल, टेम्पलेट और जानकारी उपलब्ध हो।   

6. टारगेट कस्टमर का निर्णय लें                                                      

जैसा की हम सब अच्छी तरह से जानते हैं की भारत में अलग अलग धर्मों सम्प्रदायों को मानने वाले लोग तो रहते ही हैं साथ में एक ही धर्म और सम्प्रदाय के अन्दर भी शादी को लेकर अनेकों परम्पराएँ एवं रीती रिवाज प्रचलित हैं जिनका पालन आज भी लोग अच्छे ढंग से करते हैं। इसलिए ऑनलाइन मैट्रीमोनिअल बिजनेस  कर रहे उद्यमी को सबसे पहले टारगेट कस्टमर का निर्णय लेना होगा जैसे ब्रहामड की शादी ब्रहामड कुल में ही होगी ठाकुर की शादी ठाकुर कुल में ही होगी इत्यादि।

वैसे उद्यमी चाहे तो सभी धर्मों और जातियों के लिए भी यह व्यवसाय शुरू कर सकता है लेकिन जैसा की हम पहले भी बता चुके हैं की ऑनलाइन मैट्रीमोनिअल बिजनेस को शुरू करने वाले उद्यमी के पास शुरूआती दिनों में वित्त की कमी हो सकती है इसलिए वह किसी जाति विशेष को टारगेट करके भी इस व्यवसाय को शुरू कर सकता है।    

7. ऑनलाइन मैट्रीमोनिअल बिजनेस मार्केटिंग करें और मेम्बर बनायें 

ध्यान रहे ऑनलाइन मैट्रीमोनिअल बिजनेस शुरू कर चुके उद्यमी के वेब पोर्टल पर जितने अधिक रजिस्टर्ड सदस्य होंगे उद्यमी की कमाई और लोग उस पर विश्वास भी उतना ही अधिक करेंगे । क्योंकि यदि उद्यमी के पास शादी के इच्छुक सदस्य ही नहीं होंगे, उनकी डिटेल्स, फोटो इत्यादि ही नहीं होगी तो वह मेम्बरशिप ले चुके लोगों से किसका मिलान करवाएगा।

इसलिए यदि जरुरी हो तो शुरूआती दिनों में अपना डाटाबेस बढ़ाने के लिए उद्यमी लोगों को फ्री रजिस्ट्रेशन का भी ऑफर दे सकता है लेकिन उद्यमी को यह सुनिश्चित करना होगा की फ्री में रजिस्टर होने वाले सदस्य शादी के इच्छुक हों।

जब ऑनलाइन मैट्रीमोनिअल बिजनेस करने वाले उद्यमी के पास शादी के इच्छुक युवक युवतियों का एक अच्छा खासा डाटाबेस तैयार हो जाता है तो उसके बाद वह पेड मेम्बरशिप के जरिये कमाई कर सकता है। शुरूआती दौर में उद्यमी को केवल टारगेट कस्टमर के बीच ही विज्ञापन और मार्केटिंग करनी चाहिए ताकि इन पर कम से कम पैसा खर्च करके अच्छे से अच्छे परिणाम हासिल किये जा सकें। 

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