कूरियर बिजनेस कैसे शुरू करें। How to Start a courier Business in India.

वर्तमान समय में जब मनुष्य की जीवनशैली पूर्ण रूप से परिवर्तित हो चुकी है तब Courier Business की महत्वता भी बहुत अधिक बढ़ गई है । जहाँ पहले कूरियर के माध्यम से आम लोग कुछ कागज़ पत्र ही भेजते थे आज इस सर्विस के माध्यम से लोगों द्वारा हर प्रकार का सामान जो वैधानिक तौर पर वैध हो देश विदेशों में भेजा जा रहा है। इसके अलावा जब औद्योगिकीकरण की शुरुआत नहीं हुई थी तब कुछ व्यक्तिगत व्यक्ति ही कूरियर सर्विस के ग्राहक हुआ करते थे।

लेकिन आज औद्योगिकीकरण के चलते हर सरकारी एवं निजी कार्यालय से एक नहीं बल्कि अनेकों पैकेट कूरियर के तौर पर भेजने के लिए निकलते हैं। आज केवल कागजात या दस्तावेज ही कूरियर के द्वारा नहीं भेजे जाते। बल्कि कम्पनियां अपने हेड ऑफिस से ब्रांच ऑफिसों को अनेकों प्रकार की प्रिंटिंग स्टेशनरी जैसे कर्मचारियों के विजिटिंग कार्ड, आईडी कार्ड, लैटर हेड एवं मार्केटिंग मटेरियल भी कूरियर के द्वारा भेजती रहती हैं। इन सबके अलावा इस बिजनेस की महत्वता आज के समय में इसलिए भी बढ़ जाती है क्योंकि भारत में भी ऑनलाइन शॉपिंग दिन प्रतिदिन प्रचलित होती जा रही है ।

ऐसे में ग्राहकों का सामान उनके घर तक पहुँचाने के लिए देश में और अधिक कूरियर कम्पनियों की आवश्यकता है। कहने का आशय यह है की इस व्यवसाय को जिसने बड़े पैमाने पर सकारात्मक रूप से प्रभावित किया है उसका नाम ऑनलाइन शॉपिंग ही है। इसलिए आज हम इस लेख के माध्यम से इस विषय पर विस्तृत जानकारी देने का प्रयत्न कर रहे हैं।

How to start courier business in india

कूरियर बिजनेस क्या है (What is Courier Business)

जैसा की हम सबको विदित है की हमें वर्तमान जीवनशैली में विभिन्न प्रकार के दस्तावेज एवं अन्य सामान किसी व्यवसायिक या व्यक्तिगत कारण के चलते एक जगह से दूसरी जगह, एक शहर से दुसरे शहर, एक राज्य से दुसरे राज्य यहाँ तक की एक देश से दुसरे देश तक भेजने की आवश्यकता होती है। इसलिए एक ऐसा व्यक्ति या कंपनी जो अपने ग्राहकों को दस्तावेज एवं सामान एकत्रित करके उन्हें भेजने की फैसिलिटी प्रदान करती हो उसके द्वारा किये जाने वाले इसी व्यवसाय को Courier Business कहा जाता है।

कहने का स्पष्ट आशय यह है की जब किसी कंपनी द्वारा ग्राहकों के शिपमेंट/कन्साइनमेंट इत्यादि इसलिए एकत्रित किये जाते हैं ताकि वह उन्हें दिए गए पते पर सुरक्षित तौर पर पहुंचा सके। इसमें कोई दो राय नहीं की इस फैसिलिटी के बदले कंपनी से ग्राहकों से पैसे लिए जाते हैं। साधारण शब्दों में यदि हम कूरियर सर्विस को परिभाषित करें तो हम पाएंगे की एक ऐसी कंपनी जो राष्ट्रीय/अंतराष्ट्रीय स्तर पर ग्राहकों के सामान एवं दस्तावेजों की डोर टू डोर डिलीवरी कराती है कूरियर व्यापार या Service से ही जुड़ी होती है।

कूरियर बिजनेस कैसे शुरू करें (How to Start a Courier Business in India):

इस तरह के इस व्यापार को शुरू करने के लिए उद्यमी के पास दो विकल्प मौजूद हैं। पहला विकल्प यह है की उद्यमी खुद की स्वतंत्र कूरियर कंपनी शुरू कर सकता है। लेकिन इसमें उद्यमी को करोड़ों रूपये निवेश करने की आवश्यकता होती है। दूसरा विकल्प यह है की उद्यमी किसी प्रचलित कंपनी की फ्रैंचाइज़ी लेकर यह व्यापार शुरू कर सकता है। इस विकल्प में पहले विकल्प की तुलना में कम खर्चा करने की आवश्यकता होती है। इसलिए सबसे पहले उद्यमी को यही निर्णय लेना होता है की वह किस प्रकार से इस तरह का यह व्यापार शुरू करने की योजना बना रहा है।

तय करें की अपनी कंपनी या फ्रैंचाइज़ी

जैसा की हम पहले भी बता चुके हैं की खुद का कूरियर का व्यापार शुरू करने के लिए उद्यमी के पास दो विकल्प खुद की कंपनी एवं पहले से प्रसिद्द किसी कंपनी की फ्रैंचाइज़ी लेने के हैं। जहाँ खुद की कूरियर कंपनी शुरू करने में उद्यमी को बड़े पैमाने पर निवेश करने की आवश्यकता होती है वहीँ फ्रैंचाइज़ी लेने पर उद्यमी को पहले से मौजूद किसी फेमस कम्पनी के साथ काम करना होता है। इसलिए लोजिस्टिक से लेकर ट्रांसपोर्टेशन तक का पूरा प्रबंध कंपनी द्वारा ही किया जाता है यही कारण है की खुद की फ्रैंचाइज़ी लेकर इस तरह का यह व्यापार शुरू करना खुद की कूरियर कंपनी शुरू करने की तुलना में कम खर्चीला है।    

खुद की कंपनी शुरू करना

यहाँ पर ध्यान देने वाली बात यह है की यदि उद्यमी के निवेश करने की क्षमता बहुत अधिक है तभी वह खुद की कूरियर कंपनी शुरू करने का निर्णय ले सकता है। क्योंकि इस बिजनेस को खुद की कंपनी के तौर पर शुरू करने के लिए उद्यमी को बड़े पैमाने पर निवेश करने की नितांत आवश्यकता होती है।

इसमें यदि उद्यमी शुरूआती दौर में केवल एक क्षेत्र या शहर विशेष में ही अपनी फैसिलिटी ग्राहकों को मुहैया कराने की सोच रहा है तब भी उसे खुद का ट्रांसपोर्टेशन, लोजिस्टिक, वेयरहाउस इत्यादि स्थापित करने की आवश्यकता हो सकती है और उस शहर विशेष के विभिन्न क्षेत्रों में खुद का कार्यालय भी स्थापित करने की आवश्यकता हो सकती है। यही कारण है की Courier Business को इस तरीके से शुरू करने में उद्यमी को एक बड़ा निवेश खर्च करने की आवश्यकता होती है।

इसलिए ऐसे व्यक्ति जो करोड़ों रूपये अपने व्यापार में निवेश करने की क्षमता रखते हैं वहीँ खुद की कूरियर कंपनी शुरू कर सकते हैं। उद्यमी को खुद की कम्पनी रजिस्टर करने के लिए विभिन्न बिजनेस एंटिटी में से किसी एक का चुनाव करना होता है। और उसके तहत ही वैधानिक रूप से खुद की कंपनी रजिस्टर करने की आवश्यकता होती है। उद्यमी चाहे तो अपने बिजनेस को पार्टनरशिप, प्रोप्राइटरशिप, प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के तौर पर रजिस्टर कर सकता है।

फ्रैंचाइज़ी लेकर Courier Business करना

यद्यपि कूरियर बिजनेस का यह दूसरा विकल्प है लेकिन छोटे निवेशकों या जिनकी निवेश करने की क्षमता बहुत अधिक नहीं है और वे खुद का कूरियर बिजनेस शुरू करना चाहते हैं। उनके लिए यह विकल्प सही एवं उपयुक्त हो सकता है। चूँकि इस व्यापारिक मॉडल में उद्यमी को पहले से मौजूद किसी प्रसिद्ध कंपनी की फ्रैंचाइज़ी लेकर बिजनेस शुरू करने की आवश्यकता होती है इसलिए उद्यमी को ट्रांसपोर्टेशन, लोजिस्टिक, वेयरहाउस, मार्केटिंग इत्यादि से मुक्ति मिल जाती है अर्थात इन सब दायित्वों का खुद कंपनी निर्वहन करती है।

वैसे ऐसे लोग जो खुद की कंपनी भी इस क्षेत्र में शुरू करना चाहते हैं उन्हें भी पहले किसी प्रचलित कंपनी की फ्रैंचाइज़ी लेकर, उस व्यापार को चलाने में आने वाली कठिनाइयों, चुनौतियों का विश्लेषण करने के बाद एवं कुछ अनुभव प्राप्त करने के बाद अपनी कंपनी शुरू करना आसान हो जाता है। हमारे कहने का सीधा एवं स्पष्ट आशय यह है की उद्यमी जो भी खुद का यह बिजनेस करने की सोच रहा है उसे पहला विकल्प भूलकर पहले दुसरे विकल्प यानिकी फ्रैंचाइज़ी लेकर व्यापार करने को अपनाया जाना चाहिए।

यह इसलिए जरुरी है ताकि इस दौरान उद्यमी इस बिजनेस में होने वाली सभी प्रकार की उंच नीच को समझ सके और इसकी मार्किट को समझ सके। और यह सब बातें समझने के बाद ही कुछ बड़ी योजना बनाकर खुद की कूरियर कंपनी शुरू कर सकता है। और यदि इस दौरान उसके द्वारा प्राप्त जानकारी एवं अनुभव उसे आगे बढ़ने की इजाजत नहीं देता है तो वह अपनी आंकंक्षाओं. इच्छाओं को वही पर विराम भी दे सकता है। हमारे देश भारत में ऐसी बहुत सारी प्रसिद्ध कम्पनियां हैं, जो लोगों को खुद की फ्रैंचाइज़ी ऑफर करके Courier Business शुरू करने के अवसर प्रदान करती हैं।

  • भारतीय डाक विभाग
  • ब्लू डार्ट एक्सप्रेस लिमिटेड
  • डीएचएल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड
  • डीटीडीसी कूरियर एंड कार्गो लिमिटेड
  • फ़ेडेक्स इंडिया
  • फर्स्ट फ्लाइट कूरियर लिमिटेड
  • टीएनटी एक्सप्रेस
  • ओवरनाइट एक्सप्रेस लिमिटेड
  • ट्रैकोन कूरियर प्राइवेट लिमिटेड 

लेकिन इस तरह का यह बिजनेस शुरू कर रहे उद्यमी को एक बात का विशेष ध्यान रखना होगा की जो भी पहले से स्थापित एवं प्रचलित कूरियर कम्पनियां होती हैं। वे किसी भी व्यक्ति को अपनी फ्रैंचाइज़ी यूँ ही नहीं दे देती। बल्कि इस प्रक्रिया के लिए प्रत्येक कंपनी ने पात्रता सम्बन्धी दिशानिर्देश तय किये हुए होते हैं। इनमें से पात्रता सम्बन्धी कुछ प्रमुख नियमों की लिस्ट निम्नवत है।

  • भारत में वैधानिक तौर पर रजिस्टर कंपनी जिसको जरुरी लाइसेंस एवं टैक्स रजिस्ट्रेशन सम्बंधित विभागों द्वारा प्रदान किये गए हों। वही कूरियर फ्रैंचाइज़ी के लिए आवेदन कर सकते हैं।
  • उद्यमी के पास किराये पर ली हुई, लीज पर ली हुई या खुद की जगह फ्रैंचाइज़ी खोलने के लिए होनी चाहिए।
  • कूरियर कंपनी द्वारा उद्यमी से सिक्यूरिटी डिपाजिट माँगा जा सकता है जो अलग अलग कम्पनियों के आधार पर अलग अलग होता है।
  • उद्यमी का फाइनेंस बैकग्राउंड जानने के लिए बैंक स्टेटमेंट की कॉपी या फिर पासबुक की कॉपी मांगी जा सकती है।
  • कूरियर कंपनी द्वारा उसके मुख्य कार्यालय से प्रदान किया गया स्वीकृति पत्र भी उद्यमी से माँगा जा सकता है।
  • उद्यमी को आवेदन करते समय या पहले उस कंपनी से लोजिस्टिक एग्रीमेंट करने की भी आवश्यकता होती है।

खुद का Courier Business करने की चाह रखने वाले उद्यमी को अब तक इसकी जानकारी हो गई होगी उसे कौन से विकल्प का चुनाव करके आगे बढ़ना है। इसलिए जो फ्रैंचाइज़ी मॉडल अपनाकर इस व्यापार के साथ आगे बढ़ने का विचार कर रहे हैं। उन्हें नीचे हम कुछ कूरियर कम्पनियों की वेबसाइट का लिंक दे रहे हैं जिसके माध्यम से वे फ्रैंचाइज़ी के लिए आवेदन कर सकते हैं।

  • यदि आप पोस्ट ऑफिस की फ्रैंचाइज़ी की जानकारी चाहते हैं तो इस लिंक पर क्लिक करें।
  • यदि उद्यमी डीटीडीसी की फ्रैंचाइज़ी लेने का विचार बना रहा है तो उसका लिंक यहाँ है। 
  • फर्स्ट फ्लाइट की फ्रैंचाइज़ी कार्यक्रम की जानकारी इसमें दी गई है।
  • खुद का Courier Business करने वाला उद्यमी यदि फ़ेडेक्स कंपनी की फ्रैंचाइज़ी लेने पर विचार कर रहा हो तो उसकी जानकारी इस अधिकारिक लिंक पर दी गई है।

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