रुई बत्ती बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें? Cotton Wicks Manufacturing Business.

रुई से निर्मित बत्ती या Cotton Wicks की बात करें तो इनका इस्तेमाल सामान्य तौर पर पूजा पाठ इत्यादि करते समय दीप जलाने हेतु किया जाता है। हालांकि भारत में पूजा पाठ करते समय दीप अर्थात ज्योति जलाने का चलन कोई नया नहीं है बल्कि यह सदियों वर्षों से चली आ रही एक परम्परा है। लेकिन जहाँ पहले लोग रुई बत्ती का निर्माण अपने इस्तेमाल के लिए पूजा पाठ करते समय रुई की मदद से अपने घरों में ही कर लिया करते थे।

लेकिन जैसे जैसे जनसँख्या में वृद्धि होती गई वैसे वैसे पूजा पाठ इत्यादि प्रक्रियाओं में भी वृद्धि देखी गई और रुई बत्ती यानिकी Cotton Wicks का इस्तेमाल भी बढ़ता गया। और नतीजतन रुई बत्ती का निर्माण मशीन से करने की स्थिति पैदा हो गई ताकि मार्किट में उपलब्ध रुई बत्ती की मांग की पूर्ति की जा सके। हालांकि इस तरह का यह व्यवसाय लोगों की नितान्त आवश्यकता से तो जुड़ा हुआ है नहीं और यह भी सत्य है की इसका विकल्प लोगों के घरों में हमेशा उपलब्ध रहता है।

अर्थात यदि कोई पूजा पाठ करने वाला व्यक्ति यदि बाजार से बनी बनाई रुई बत्ती नहीं भी खरीदेगा तो ऐसा तो है नहीं की उसका काम अटक जाएगा। बल्कि वह घर में उपलब्ध रुई की मदद से अपनी आवश्यकतानुसार रुई की बत्ती यानिकी Cotton Wicks बना सकता है। इसलिए यह बिजनेस किस उद्यमी के लिए कितना लाभकारी होगा वह उस क्षेत्र विशेष में उपलब्ध इसकी मांग पर निर्भर करेगा। लेकिन इसके बावजूद भी यदि कोई इच्छुक व्यक्ति इस व्यवसाय को शुरू करना चाहता है तो उसे हमारा यह लेख अंत तक अवश्य पढना चाहिए।   

Cotton Wicks manufacturing business in hindi
Cotton Wicks manufacturing Business

रुई की बत्ती क्या है (What is Cotton Wicks):

रुई की बत्ती यानिकी Cotton Wicks का इस्तेमाल पूजा पाठ के दौरान दीप जलाने के लिए किया जाता है। किसी दीये में घी या तेल डाला जाता है उसके बाद रुई की बत्ती इसमें डाली जाती है और उसे जलाया जाता है। यह बत्ती तब तक जलती रहती है जब तक दीये में घी या तेल उपलब्ध रहता है।

यह रुई की बत्ती बल्ब्नुमा बेस, गोल एवं लम्बे आकार में हो सकती है आम तौर पर लम्बे आकार वाली रुई की बत्ती का इस्तेमाल पूजा पाठ में अधिक किया जाता है। लेकिन बल्बनुमा बेस एवं राउंड आकार की बत्ती का इस्तेमाल भी किया जाता है। इसलिए उद्यमी चाहे तो उस एरिया में मार्किट रिसर्च करने के पश्चात इस बात का निर्णय ले सकता है की कौन से आकार की रुई बत्ती उस एरिया विशेष में अधिक बिकेगी।

बिक्री की संभावनाएं

रुई की बत्ती यानिकी Cotton Wicks का इस्तेमाल न सिर्फ घरों में पूजा पाठ के दौरान किया जाता है बल्कि हर तरह के व्यवसायिक संस्थान मकान, दुकान, कार्यालय, फैक्ट्री, स्कूल, मंदिर इत्यादि में भी इनका इस्तेमाल बड़े पैमाने पर किया जाता है। भारत में ही नहीं विदेशों में भी इनका इस्तेमाल किया जाता है इसलिए उद्यमी चाहे तो अपने उत्पाद को विदेशों की ओर निर्यात भी कर सकता है।

इसके अलावा विभिन्न त्योहारों जैसे नवरात्री, दीपावली इत्यादि में इनकी मांग बेहद अधिक बढ़ जाती है। खुले घरेलु बाजार में भी रुई बत्ती की काफी मांग रहती है चूँकि इसकी कीमत इतनी कम होती है इसलिए कोई भी व्यक्ति इसे खरीदने से पहले जरां भी संशय नहीं करता है। और जैसा की हम सब जानते हैं की Cotton Wicks को रुई को कच्चे माल के तौर पर इस्तेमाल में लाकर निर्मित किया जाता है। इसलिए लोग रुई से अच्छा बनी बनाई बत्ती को खरीदना पसंद करते हैं।

रुई की बत्ती बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें (how to Start Cotton Wicks Making Business)

Cotton Wicks Manufacturing Business की बात करें तो इसका सबसे बड़ा फायदा यह है की इसे उद्यमी बेहद कम निवेश के साथ तो शुरू कर ही सकता है। साथ में उसके पास इस तरह के व्यवसाय को शुरू करने के लिए मशीन एवं मैन्युअल दोनों तरह के विकल्प मौजूद होते हैं। यानिकी उद्यमी चाहे तो मशीन के माध्यम से रुई बत्ती का निर्माण कर सकता है लेकिन यदि शुराती दौर में उसका बजट उसे इस बात की आज्ञा नहीं देता तो वह मैन्युअल तरीके से भी रुई बत्ती का निर्माण कर सकता है।

इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए बहुत बड़ी जगह की भी आवश्यकता नहीं होती इसलिए उद्यमी चाहे तो शुरूआती दौर में इसे अपने घर से भी शुरू कर सकता है। तो आइये आगे हम उन क़दमों के बारे में जानते हैं जो उद्यमी को रुई की बत्ती बनाने के बिजनेस को शुरू करने के लिए उठाने पड़ सकते हैं।

1. मार्किट रिसर्च करें

Cotton Wicks Making Business शुरू करने से पहले उद्यमी को जिस एरिया में वह यह व्यवसाय करने की सोच रहा है वहां पर मार्किट रिसर्च करने का होता है। उद्यमी द्वारा की जाने वाली यह मार्किट रिसर्च अनेक बिन्दुओं का पता लगाने की कोशिश करती है जो उद्यमी को अनेकों निर्णय लेने में सहायक सिद्ध होते हैं। इनमें यह पता करने की कोशिश की जाती है की उस एरिया में धार्मिक स्थल जहाँ रुई की बत्तियों का इस्तेमाल सर्वाधिक हो सकता है उनकी संख्या क्या है।

और उस एरिया में रहने वाले लोगों की दिनचर्या में पूजा पाठ शामिल है या नहीं यदि है तो रुई के बत्ती के प्रति उनकी आदत क्या है? अर्थात कुछ लोग मार्किट से बनी बनाई बत्ती लेना पसंद करते हैं तो कुछ लोग रुई से घर में ही बत्ती का निर्माण करते हैं। और इसके अलावा उस एरिया विशेष में पहले से कोई ऐसा उद्यमी तो नहीं है जो पहले से रुई बत्ती का निर्माण कर रहा हो इन सब बातों पर रिसर्च करने के पश्चात ही उद्यमी को इस बात का निर्णय लेना चाहिए की उसे रुई बत्ती का उद्योग शुरू करना चाहिए या फिर नहीं।      

2. जगह का प्रबंध (Land and Building for Cotton Wicks Business)

Cotton Wicks Making Business के लिए जहाँ तक जगह की बात है इसके लिए एक छोटी सी जगह भी उपयुक्त रहती है भले ही उद्यमी मशीन से इसका उत्पादन कर रहा हो या फिर मैन्युअल तरीके से। क्योंकि रुई बत्ती बनाने वाली मशीन छोटी होती है जो बहुत अधिक जगह नहीं घेरती है यही कारण है की उद्यमी इस तरह के इस व्यवसाय को घर के किसी खाली कमरे से भी आसानी से शुरू कर सकता है।

इसलिए अब उद्यमी को इस बात का निर्णय भी लेना होगा की वह अपने रुई बत्ती उद्योग को घर के किसी खाली कमरे से शुरू करना चाहता है या फिर बाहर कोई छोटी सी जगह किराये पर लेकर इस व्यवसाय को शुरू करना चाहता है। जगह या दुकान किराये पर लेते वक्त उसका रेंट एग्रीमेंट इत्यादि अवश्य बनवा लें ताकि उसे पता प्रमाण के तौर पर इस्तेमाल में लाया जा सके।    

3. स्थानीय नियम कानूनों का पता करें

यद्यपि शुरूआती दौर में Cotton Wicks यानिकी रुई की बत्ती बनाने का यह काम बिना किसी लाइसेंस एवं रजिस्ट्रेशन के भी शुरू किया जा सकता है। लेकिन यदि उद्यमी अपने व्यवसाय को भविष्य में बड़ा करने की योजना बना रहा हो तो वह प्रोप्राइटरशिप के तहत अपने व्यवसाय को रजिस्टर भी करा सकता है।

इसके अलावा टैक्स रजिस्ट्रेशन, बैंक में चालू खाता, बिजली का कमर्शियल कनेक्शन इत्यादि की भी आवश्यकता हो सकती है और स्थानीय प्राधिकरण से ट्रेड लाइसेंस भी ले सकता है। लेकिन यहाँ पर ध्यान देने वाली बात यह है की बेहद छोटे स्तर पर इस तरह का व्यवसाय करने के लिए किसी प्रकार के लाइसेंस इत्यादि की अनिवार्यता नहीं है। इसके बावजूद उद्यमी को स्थानीय नियम कानूनों का पता कर लेना चाहिए।     

4. मशीनरी का चयन

भारत में अनेकों कम्पनियां Cotton Wicks Making Machine बनाने के कार्य में कार्यरत हैं यही कारण है की भारतीय बाजार में अनेकों कम्पनियों की इस तरह की मशीन देखने को मिल जायेगी।इस तरह की ये मशीन दो स्वरूपों में बाजार में उपलब्ध हैं पहली मैन्युअल एवं दूसरी आटोमेटिक जहाँ मैन्युअल मशीन की कीमत आटोमेटिक मशीन की तुलना में कम होती है।

आम तौर पर एक मैन्युअल मशीन रूपये बीस हज़ार तक में आसानी से मिल जाती है वहीँ दूसरी आटोमेटिक मशीन 30-35 हज़ार रूपये में मिल जाती है। इसलिए उद्यमी को अपने बजट इत्यादि के आधार पर मशीन का चुनाव कर लेना चाहिए इन्हें संचालित करना बेहद ही आसान होता है जिसे कोई भी व्यक्ति एक बार में आसानी से समझ सकता है। और जहाँ तक कच्चे माल की बात है कच्चे माल के तौर पर रुई को इस्तेमाल में लाया जाता है और पैकिंग सामग्री के तौर पर पॉलिथीन पाउच को इस्तेमाल में लाया जाता है।     

5. निर्माण करें और बेचें (Start Production of Cotton Wicks)

जैसा की हम पहले भी स्पष्ट कर चुके हैं की मशीन द्वारा Cotton Wicks का निर्माण करना बेहद आसान है। यहाँ तक की एक नया व्यक्ति जिसने कभी यह काम नहीं किया हो वह भी इस तरह की मशीन को आसानी से संचालित करके रुई की बत्ती का उत्पादन शुरू कर सकता है।

और जहाँ तक Cotton Wicks को बेचने का सवाल है लोग अक्सर रुई की बत्ती को नजदीकी जनरल स्टोर, सुपरमार्केट, शॉपिंग माल इत्यादि से खरीदना पसंद करते हैं। इसलिए उद्यमी ऐसे स्थलों पर जाकर अपने उत्पाद की मार्केटिंग कर सकता है और दुकानदारों इत्यादि को आकर्षित करने के लिए उन्हें अधिक मार्जिन ऑफर कर सकता है। ताकि वे उद्यमी द्वारा उत्पादित रुई बत्ती को अपने ग्राहकों को बेचने की भरपूर कोशिश करें।

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3 thoughts on “रुई बत्ती बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें? Cotton Wicks Manufacturing Business.”

    1. Dear Rajeev Ji,
      The process has been already explained. As far as starting cost is concerned, it is depend on plant production capacity.

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