चिकन मटन बिजनेस कैसे शुरू करें। How to Start a Chicken Mutton Shop.

Chicken Mutton Shop Business – नॉन वेज का शौक़ीन मनुष्य हमेशा से रहा है प्राचीनकाल के हमें ऐसे अनेक उदाहरण मिलते हैं जब मनुष्य जंगल में जंगली जानवरों का शिकार करके अपने पेट की आग को शांत करता था। उस समय हो सकता है की जंगली जानवरों का शिकार करना, और उनके मांस को अपने आहार के तौर पर इस्तेमाल में लाना मनुष्य की मजबूरी रही हो। लेकिन आज इसका इस्तेमाल मनुष्य द्वारा अपनी शारीरिक एवं हेल्थ की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए एवं स्वयं के टेस्ट के लिए भी किया जाता है।

हमारा देश भारत विविधताओं का घर है यहाँ खानपान, पहनावे, पारम्परिक रीती रिवाज, भाषा इत्यादि सभी में अलग अलग राज्यों के आधार पर अंतर साफ़ देखा जा सकता है । लेकिन बहुत सारी खान पान की वस्तुएं ऐसी भी हैं जिनका इस्तेमाल लगभग हर राज्य के किसी न किसी डिश या खाने को बनाने के लिए किया जाता है। चिकन और मटन भी इन्हीं खाद्य पदार्थों में से एक है जिसका इस्तेमाल मांसाहारी तो बड़े चाव से करते ही हैं साथ में वे लोग भी जो मांसाहार एवं शाकाहार दोनों तरह के भोजन का भक्षण करते हैं वे भी हफ्ते दस दिनों में चिकन मटन खाना पसंद करते हैं।

यही कारण है की आज इस तरह की यह दुकानें हजारों लाखों लोगों के रोज़गार का साधन बनी हुई हैं। आप भारत के किसी भी कोने यहाँ तक की छोटी से छोटी मार्किट में भी चले जाइए लेकिन वहां पर आपको एक या एक से अधिक चिकन एवं मटन की दुकान अवश्य दिखाई देंगी। इसलिए आज हम हमारे इस लेख के माध्यम से इस विषय पर विस्तृत जानकारी देने का प्रयत्न कर रहे हैं। और जानने की कोशिश करते हैं की कैसे कोई व्यक्ति अपनी आजीविका चलाने के लिए इस तरह का यह व्यापार शुरू कर सकता है।

Chicken mutton Shop Business Plan in Hindi

चिकन मटन शॉप क्यों शुरू करें? (Why one Should Start Chicken Mutton Shop)

जैसा की हम सब अच्छी तरह से जानते हैं की हमें अपने जीवन में कब कब चिकन और मटन खरीदने की आवश्यकता होती है। भारत में माँसाहारी लोग भी बहुत अधिक हैं जिन्हें प्रतिदिन भोजन में चिकन या फिर मटन की आवश्यकता होती ही होती है। और ऐसे भी लोग हैं जो हफ्ते में दो तीन बार, तो कुछ हफ्ते दस दिन में चिकन मटन खाना पसंद करते हैं। यही कारण है की इस खाद्य पदार्थ की मांग शहरों से लेकर ग्रामीण इलाकों में भी बराबर बनी रहती है।

यदि उद्यमी किसी रिहायशी इलाके में इस तरह की यह दुकान खोलता है तो उसे अपने बिजनेस को चलाने के लिए अधिक मार्केटिंग की भी आवश्यकता नहीं होती है बशर्ते उसे ग्राहकों का विश्वास बनांए रखने के लिए कीमत एवं गुणवत्ता के साथ समझौता नहीं करना चाहिए। भारत में एक तरह से यह रिवाज भी है की जब उनके घरों में कोई मेहमान आता है और यदि वह मेहमान मांस, मछली ग्रहण करने वाला होता है तो वे खाने में उनके लिए नॉन वेज बनाना ही पसंद करते हैं। इसके अलावा पार्टी, होटल, ढाबों एवं खाने के अन्य अड्डों पर सर्वाधिक मात्रा में चिकन मटन की ही बिक्री होती है।

ऐसे में चिकन और मटन की दुकान कहीं भी आसानी से खोली जा सकती है लेकिन किसी मीट मुर्गे की विशेष मार्किट या फिर ऐसी जगह होटल ढाबों इत्यादि की संख्या बहुत अधिक हो में इस तरह का यह व्यापार शुरू करना बेहद लाभकारी साबित हो सकता है। इसके अलावा इस तरह का व्यापार शुरू करने के लिए उद्यमी को कोई भारी भरकम निवेश की आवश्यकता तो नहीं होती है। लेकिन उद्यमी को चिकन मटन साफ़ करने, काटने इत्यादि में उपयोग में लाये जाने वाले औजारों को चलाने की कला आनी चाहिए। उद्यमी शुरूआती दौर में केवल कुछ हज़ार रूपये निवेश करके भी इस तरह का यह व्यापार शुरू कर सकता है।

चिकन मटन शॉप कैसे शुरू करें? (How to Start Chicken Mutton Shop)

वैसे देखा जाय तो भारत में यह एक ऐसा बिजनेस है जिसे हर गली मोहल्ले में आसानी से शुरू किया जा सकता है। बशर्ते उस दुकान से वहां पर रहने वाले लोगों को किसी प्रकार की कोई आपत्ति नहीं हो। चूँकि यह एक बेहद कम निवेश के साथ शुरू किया जाने वाला व्यापार है इसलिए आम तौर पर स्थानीय मार्किट में एक दुकान किराये पर लेकर एवं कुछ मुर्गियाँ खरीदकर यह बिजनेस आसानी से शुरू किया जा सकता है। लेकिन इसके बावजूद नीचे हम कुछ क़दमों के बारे में बात कर रहे हैं जिनको अपनाकर कोई भी उद्यमी आसानी से इस तरह का व्यापार शुरू कर सकता है।

1. अपने आपको तैयार करें ( Be Prepared for Chicken Mutton Business)

बहुत सारे लोग होते हैं जिन्हें खून इत्यादि देखकर ही चक्कर आने लगते हैं और उन्हेंबेवजह जीवों को मारने में आत्मग्लानि हो जाती है। यदि आप भी इनमें से एक हैं तो ध्यान रहे यह व्यापार आपके लिए नहीं है। इसके अलावा इस तरह की दुकानों में एक अजीब तरह की बदबू हमेशा व्यापत रहती है।

यदि आपको गंदगी एवं बदबू में काम करने की न तो आदत है और न ही आप ऐसा करना पसंद करते हैं तब भी आपको सोचने की जरुरत है की क्या आप वाकई में इस तरह का यह बिजनेस कर पाने में सक्षम होंगे। अब इन सभी बातों को ध्यान में रखकर आप फिर भी यह व्यापार शुरू करना चाहते हैं तो फिर आपको अपने आपको इस व्यापार के लिए पूर्णतया तैयार करना होगा। ताकि यह बिजनेस शुरू करने के पश्चात आप इस तरह के काम पर दोषारोपण न कर पायें।     

2. चिकन सप्लायर का चुनाव करें

यदि आस पास कोई पोल्ट्री फार्म हो तो उद्यमी सीधे वहीँ से अपने व्यापार के लिए मुर्गे खरीद सकता है लेकिन यदि ऐसा नहीं है तो फिर उद्यमी को उस एरिया में इस तरह की सर्विस प्रदान करने वाले सप्लायर का पता करना होगा। उस एरिया विशेष में चिकन सप्लायर को ढूँढने के लिए उद्यमी चाहे तो मौजूदा Chicken Mutton Shop की भी मदद ले सकता है। सप्लायर का चुनाव करने के बाद उद्यमी को उस सप्लायर से खरीदे जाने वाले पक्षियों की मात्रा के आधार पर कीमत तय करनी होगी।

कहने का आशय यह है की आम तौर पर यदि कोई एक साथ अधिक मुर्गी खरीदता है तो उसे प्रति मुर्गी कीमत बहुत कम देनी पड़ सकती है जिससे उद्यमी का प्रॉफिट बढ़ सकता है। इसलिए उद्यमी को इस बात का पहले ही निर्धारण सप्लायर के साथ करना होगा की मुर्गियों की कितनी मात्रा खरीदने पर कितनी कीमत का भुगतान करना होगा।    

3. स्थानीय नियम कानूनों की जानकारी लें

वैसे देखा जाय तो अधिकतर राज्यों में चिकन एवं मटन की दुकानें स्थानीय प्राधिकरण एवं उस क्षेत्र में रिहायशी करने वाले लोगों की नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट लेकर शुरू की जा सकती है। लेकिन कुछ राज्यों में स्थानीय एवं क्षेत्रीय समस्याओं, प्राथमिकताओं इत्यादि के आधार पर नियम कानून अन्य भी हो सकते हैं। कहने का अभिप्राय यह है की चिकन मटन शॉप खोलने के लिए लाइसेंस एवं परमिशन की व्यवस्था एवं सिस्टम अलग अलग हो सकते हैं। वैसे देखा जाय तो बहुत सारे क्षेत्र एवं राज्य ऐसे भी हैं जहाँ आज भी Chicken Mutton shop बिना किसी लाइसेंस के धड़ल्ले से चल रही है।

लेकिन हम यहाँ पर सलाह देना चाहेंगे की बिना लाइसेंस एवं परमिशन के इस तरह का व्यपार शुरू न करें, क्योंकि भविष्य में जब उद्यमी का व्यापार जड़ें जमा लेगा तब यदि उद्यमी को वैधानिक तौर पर किसी ऐसी समस्या से जूझना पड़े की उसे अपना व्यापार बंद करना पड़े। तो यह सही नहीं है। इसलिए उद्यमी को स्थानीय प्राधिकरण जैसे नगर निगम, नगर पालिका इत्यादि से परमिशन एवं लाइसेंस तो लेना ही चाहिए साथ में फ़ूड सिक्यूरिटी का लाइसेंस लेने की भी आवश्यकता हो सकती है।       

4. दुकान किराये पर लें (Take Chicken Mutton Shop on Rent)

ध्यान रहे चूँकि इस बिजनेस में उद्यमी को जिन्दा मुर्गी, बकरी को मारकर बेचना होता है ऐसे में खून मांस इत्यादि से काफी गंदगी एवं बदबू फैलने की पूरी संभावना होती है। इसलिए उद्यमी को एक ऐसी जगह पर दुकान किराये पर लेने की आवश्यकता होती है जहाँ पर पानी एवं सीवर कनेक्शन की उचित व्यवस्था हो।

और उद्यमी को इस व्यापार के लिए दुकान के भीतर थोड़ा बहुत काम कराने की भी आवश्यकता होती है जिसे दुकान की दीवारों के चारों तरफ एक निश्चित उंचाई तक टाइल लगवाना । क्योंकि यदि दीवारों में खून इत्यादि के छींटे लग भी गए तो उद्यमी उन्हें आसानी से साफ़ कर पाने में सक्षम हो। इसके अलावा एक ऐसी होदी का निर्माण जिसमें जरुरत पड़ने पर उद्यमी मांस इत्यादि को धोकर साफ़ कर सके और हौदी के पानी का उचित निकास होना भी अति आवश्यक है।     

5. मुर्गियां एवं उनको रखने के लिए पिंजरे खरीदें

जहाँ से उद्यमी अपने इस व्यापार को शुरू करेगा यानिकी दुकान का प्रबंध यदि उद्यमी ने कर लिया हो। तो अब उद्यमी का अगला कदम चयनित किये गए सप्लायर से मुर्गियां एवं उनके लिए पिंजरे, पानी पिलाने के बर्तन, अनाज इत्यादि खरीदने की आवश्यकता होती है। यदि उद्यमी को लगता है की काटा गया मांस पड़े पड़े ख़राब हो सकता है तो उद्यमी को डी फ्रीज इत्यादि खरीदने की भी आवश्यकता हो सकती है।

शुरूआती दौर में उद्यमी को सप्लायर के डिलीवरी शेड्यूल को ध्यान में रखते हुए एवं पिंजरों की क्षमता के आधार पर ही मुर्गे खरीदने चाहिए। और बाद में जब उद्यमी को पता चल जाता है की वहां पर उसके प्रतिदिन कितने मुर्गे इत्यादि बिक जाते हैं। फिर वह उसी के आधार पर अपने संसाधनों जैसे पिंजरे इत्यादि में वृद्धि करके उतने ही मुर्गे खरीद सकता है। चूँकि बात यहाँ पर Chicken Mutton की हो रही है तो मटन की बात करना भी बेहद जरुरी है आम तौर पर बकरे का मीट सबसे अधिक प्रसिद्ध है इसलिए उद्यमी चाहे तो स्थानीय पशुपालकों से बकरियाँ खरीदकर अपने व्यापार में लाभ की प्राप्ति कर सकता है।        

6. काम करें और कमायें

Chicken Mutton Shop करने वाले उद्यमी को एक बात का विशेष ध्यान रखना होगा की उसकी दुकान में चिकन मटन खरीदने स्थानीय लोग ही आते हैं । इसलिए यदि उन्हें उद्यमी की सर्विस, क्वालिटी, साफ़ सफाई, कीमत, व्यवहार इत्यादि सब कुछ अच्छा लगा तो वे एक बार नहीं बल्कि बार बार उद्यमी की दुकान में चिकन, मीट खरीदने आयेंगे। इसलिए ध्यान रहे उद्यमी को ग्राहक को हर तरफ से खुश रखने का प्रयत्न करना चाहिए। इस तरह के व्यापार में उद्यमी के टारगेट ग्राहकों में उस थान विशेष में उपलब्ध घर तो होते ही हैं।

लेकिन घरों से भी अधिक चिकन एवं मटन की मांग रेस्टोरेंट, होटल, ढाबों, एवं अन्य रेहड़ी पटरियाँ जो लोगों को भोजन प्रदान करती हैं में सर्वाधिक मात्रा में किया जाता है। चूँकि इनके द्वारा एक साथ ज्यादा मात्रा में चिकन मटन ख़रीदा जाता है इसलिए उद्यमी चाहे तो उस एरिया विशेष में उपलब्ध सभी प्रकार के होटल, ढाबों में जाकर अपने बिजनेस को प्रमोट करके उन्हें कुछ कम कीमत पर भी अपने उत्पाद ऑफर कर सकता है। 

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