चाक बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें? Chalk Making Business Plan in Hindi

Chalk Making की यदि हम बात करें तो चाक चूना पत्थर का एक रूप है जिसे मिनरल केल्साइट से बनाया जाता है । लेकिन जब हम चाक शब्द का इस्तेमाल करते हैं तो हमारे मष्तिष्क में यही आता है की इसका इस्तेमाल विभिन्न कारीगरों, इंजिनियरों एवं विशेष तौर पर स्कूल, कॉलेज इत्यादि में पढ़ाने वाले अध्यापकों द्वारा ब्लैक बोर्ड पर लिखने के लिए किया जाता है । लेकिन यहाँ पर यह स्पष्ट कर देना जरुरी होता है की वह लिखने वाली चाक होती है जबकि आज हम किलो के हिसाब से बिकने वाली चाक के बारे में बात कर रहे हैं।

चाक की यदि हम बात करें तो इसे हम एक नरम, सफेद, झरझरा, अवसादी कार्बोनेट चट्टान भी कह सकते हैं। जैसे की हम पहले भी बता चुके हैं की इसे खनिज केल्साइट से बनाया जाता है जो एक आयनिक नमक है। और इसे कैल्शियम कार्बोनेट या CaCO3 भी कहा जाता है। इसके बनने की प्रकिया गहरी समुद्री परिस्थितयों में कैल्सोलिथोफोरस नामक सूक्ष्म जीवों द्वारा बहाए जाने वाले कैलीकाइट शेल (कोक्लोथिथ्स) के क्रमिक संचय से जुड़ी हुई है।

पश्चिमी यूरोप के क्रेटेशियस डिपॉजिट में देखा गया चाक इनकी मोटाई के आधार पर तलछटी लाइमस्टोन के बीच काफी असामान्य है। कार्बोनिफेरस लाइमस्टोन या जुरासिक ऑलिटिक लाइमस्टोन के विपरीत चाक की अधिकांश चट्टानों की मोटाई कम होती है। चाक चिकनी मिटटी की तुलना में अधिक मौसम प्रतिरोधी होते हैं इसलिए जहाँ चाक की लकीरें समुद्र से मिलती हैं वहां लम्बी एवं खड़ी चट्टानें मौजूद होती हैं।

कहने का आशय यह है की Chalk Making Business में इस्तेमाल में लाये जाने वाला कच्चा माल स्वत: ही प्राकृतिक प्रक्रिया के तहत पैदा होता है। चाक की पहाड़ीयों को चाक डाउनलैंड के नाम से भी जाना जाता है ये वहां पर बनते हैं आम तौर पर जहाँ चाक के बैंड एक कोण बनाकर सतह पर पहुँचते हैं।

चूँकि चाक अच्छी तरह से जुड़े हुए होते हैं इसलिए यह भूजल की एक बड़ी मात्रा को अपने आप में समाहित कर सकते हैं और फिर सूखे मौसम में धीरे धीरे पानी छोड़कर प्राकृतिक जलाशय प्रदान करते हैं। Chalk Making इसलिए लाभकारी हो सकती है क्योंकि इसके सिर्फ घरेलु इस्तेमाल नहीं बल्कि औद्योगिक इस्तेमाल भी होते हैं इसलिए चाक की मांग बाज़ारों में हमेशा व्याप्त रहती है।

Chalk Making Business in Hindi

चाक के गुण (Properties of Chalk)

चाक नामक इस खनिज के अनेकों गुण हो सकते हैं लेकिन इसका एक सबसे महत्वपूर्ण गुण यह है की इसमें पानी को संग्रहित करने की क्षमता होती है। औद्योगिक उद्देश्यों के लिए यह एक अच्छा उर्वरक और सीमेंट निर्माता बन सकता है। चाक की पारगम्यता आसानी से मोल्डिंग और टनलिंग की अनुमति प्रदान करती है और इसकी कोमलता इसे बर्तनों इत्यादि पर लिखने में उपयोगी बनाती है। चाक गर्मी के संपर्क में आने से विघटित हो सकता है ।

और इसका इस्तेमाल अयस्क और गलाने वाले तांबे के साथ स्टील की तैयारी में भी किया जा सकता है। इसके औषधीय इस्तेमाल भी किये जा सकते हैं डायरिया में इसके औषिधिय इस्तेमाल देखे जा सकते हैं। इसके अलावा चाक का इस्तेमाल जिमनास्ट एवं भार उठाने वाले व्यक्तियों द्वारा सतहों के बीच घर्षण को बढ़ाने के लिए भी किया जाता है। इसलिए वर्तमान में Chalk Making Unit शुरू करना किसी भी उद्यमी के लिए बेहतर हो सकता है। चाक में पारगम्यता का गुण होने के कारण औद्योगिक क्रांति से पहले इसका इस्तेमाल पानी के कुओं में बड़े पैमाने पर किया जाता था जो इसे महान जलभृत बनाता है।

चाक मार्किट विश्लेषण

Chalk Making Business शुरू करने वाले उद्यमी को चाक मार्किट की जानकारी होना भी आवश्यक है जैसा की हम पहले भी बता चुके हैं की चाक एक प्राकृतिक संसाधन है। और चाक की यदि हम बात करें तो सिर्फ चाक ही नहीं बल्कि नमक, बजरी एवं अन्य प्राकृतिक संसाधन जिन्हें प्रकृति स्वयं उत्पादित करती है दुनिया भर में उनका बाजार तेजी से बढ़ता जा रहा है।

अनेकों राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय कम्पनियां इन प्राकृतिक संसाधनों के निष्कर्षण में सहायता प्रदान करने में लगी हैं। इनमें डेनमार्क की कम्पनियों का अहम् योगदान है और डेनमार्क का चाक उसी के आस पास क्षेत्रों में मिल सकता है। डेनिश चाक भूमि के अन्दर पाया जाता है चाक निष्कर्षण में डेनमार्क का अहम योगदान है।

चाक इकाई के लिए मशीनरी एवं कच्चा माल (Machinery and Ra material for Chalk Making)

चाक मशीन का इस्तेमाल कच्चे माल से Chalk Making  एवं चाक पदार्थों को बनाने के लिए किया जाता है। इन मशीन की मदद से मिश्रण का काम बेहद कम समय में आसानी से किया जा सकता है इनकी लिस्ट कुछ इस प्रकार से है।

  • चाक मशीन
  • ड्राइंग ओवन
  • एल्युमीनियम मोल्ड

उपर्युक्त दी गई पूरी मशीनरी को खरीदने में लगभग दो से तीन लाख रूपये तक खर्चा आ सकता है जहाँ तक कच्चे माल का सवाल है। चाक बनाने के लिए प्रमुख रूप से कैल्सियम कार्बोनेट एवं CASO4 का इस्तेमाल किया जाता है। कच्चे माल की औसतन लागत 15-18 रूपये प्रति लीटर हो सकती है। जबकि फिनिश्ड उत्पाद को 30-32 रूपये प्रति किलो तक बेचा जा सकता है। जहाँ तक जगह का सवाल है उद्यमी को Chalk Making Business शुरू करने के लिए 600-700Saure Feet जगह की आवश्यकता हो सकती है। और एक दो कुशल एवं अकुशल श्रमिकों को भी नियुक्त करने की आवश्यकता हो सकती है।

चाक बनाने की प्रक्रिया (Chalk Making Process)

चाक बनाने की प्रक्रिया को शुरू करने के लिए सबसे पहले लाइमस्टोन को खदान से निकाला जाता है उसके बाद चाक को पल्वराइज किया जाता है। उसके बाद Chalk Making Process में जिप्सम का निर्जलीकरण किया जाता है उसके बाद इसकी शिफ्टिंग की जाती है। और इसकी सफाई की जाती है और गाढ़ा घोल का निर्माण करने के लिए इसमें पानी मिला दिया जाता है।

उसके बाद इस घोल को मिक्स किया जाता है और डाई के माध्यम से इन्हें बाहर निकाला जाता है और फिर इसे इच्छित टुकड़ों या आकार में काटा जाता है। उसके बाद पैकिंग करके बाज़ारों में बेचने के लिए उतार दिया जाता है।

जहाँ तक Chalk Making Business के लिए आवश्यक लाइसेंस एवं पंजीकरण की बात है उद्यमी चाहे तो अपनी इकाई को प्रोप्राइटरशिप के तहत रजिस्टर करा सकता है। और जीएसटी रजिस्ट्रेशन के अलावा व्यवसाय के नाम से बचालू बैंक खाता इत्यादि भी खोल सकता है । इसके अलावा उद्यमी को स्थानीय प्राधिकरण से ट्रेड लाइसेंस इत्यादि की भी आवश्यकता होगी । 

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