बाइक रिपेयरिंग बिजनेस कैसे शुरू करें? How to Start Bike Repairing Business.

बाइक यानिकी मोटरसाइकिल का इस्तेमाल लोग अपने नियमित कार्यों को निबटाने के लिए करते हैं इसलिए Bike Repairing Business को वर्तमान में बेहद लाभकारी व्यापार के रूप में देखा जा सकता है। वर्तमान जीवनशैली में शायद वाहनों के महत्व को समझाने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि इनके महत्व से लगभग हर व्यक्ति अच्छी तरह से वाकिफ है। जी हाँ प्राचीनकाल में जब ग्रामीण इलाकों में घोड़ा गाड़ी, बैलगाड़ी इत्यादि को अधिक दूरी तय करने एवं सामान ढोने के इस्तेमाल में लाया जाता था।

वर्तमान में मोटर एवं ईधन चालित वाहनों ने यह दूरी तो घटाने का काम किया ही है साथ में मनुष्य के जीवन को आसान बनाने का काम भी किया है। आज हर आय वर्ग के लोगों के लिए हर श्रेणी के वाहन बाज़ारों में उपलब्ध हैं लेकिन व्यक्तिगत इस्तेमाल के लिए आज भी सर्वाधिक तौर पर मोटरसाइकिल का इस्तेमाल किया जाता है। बाइक का इस्तेमाल नौकरीपेशा लोग अपने कार्यालय आने जाने, डिलीवरी बॉय लोगों के घर तक पैकेज पहुँचाने एवं अनेकों व्यक्तिगत कारणों से सर्वाधिक मात्रा में किया जाता है।

इसलिए वर्तमान परिदृश्य में Bike Repairing Business शुरू करना किसी भी व्यक्ति के लिए बेहद लाभकारी साबित हो सकता है। वैसे देखा जाय तो बाइक गाड़ियों की तुलना में काफी सस्ती होती हैं शायद यही कारण है की वर्तमान में लगभग हर आय वर्ग के लोगों के पास बाइक देखी जा सकती है। इसके अलावा ऐसे लोगों की संख्या में भी लगातार वृद्धि होती जा रही है जो अपने निवास स्थान से दस बारह किलोमीटर के रेडियस में काम करना पसंद करते हैं।

अर्थात उन्हें अपने कार्यालय पहुँचने के लिए दस बारह किलोमीटर की यात्रा नियमित तौर पर करनी पड़ती है इस कारण भी लोग खुद के लिए बाइक खरीदना पसंद करते हैं। कुल मिलाकर आज के जीवन में बाइक की आवश्यकता लगभग हर मनुष्य को दिखाई देती है यहाँ तक की जिनके पास गाड़ियाँ इत्यादि भी होती हैं उनके पास भी बाइक इत्यादि देखी जा सकती हैं। वह इसलिए क्योंकि बाइक को जाम में भी कहीं से भी आसानी से निकालकर आगे बढ़ा जा सकता है और एक दो सवारी के लिए यह बेहतरीन वाहन है।

कहने का आशय यह है की भारत में सड़कों का विस्तारीकरण बड़ी तीव्र गति से हो रहा है और जो लोग अब तक बाइक इत्यादि खरीदने में सक्षम थे लेकिन उनके वहां तक सड़कें उपलब्ध नहीं थी। वे भी आज बाइक खरीद रहे हैं और इस प्रकार से मोटरसाइकिल उपयोगकर्ताओं की संख्या भारत में बढती जा रही है। यही कारण है की आज इनकी रिपेयरिंग एवं मेंटेनेंस के लिए जगह जगह पर Bike Repairing Center की आवश्यकता है। इससे पहले की हम इस तरह का व्यापार शुरू करने पर और विस्तृत तौर पर जानकारी दें आइये जानते हैं की यह होता क्या है?

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बाइक रिपेयरिंग सेण्टर क्या है (What is Bike Repairing Center)

वर्तमान में कोई भी मशीनरी, उपकरण, वाहन इत्यादि चाहे कुछ भी हो उसका निर्माण मनुष्य द्वारा अनेकों कल पुर्जों का इस्तेमाल करके किया गया है। कहने का आशय यह है की एक वाहन को बनाने में भी ऑटो इंजिनियर द्वारा अनेकों कल पुर्जों का इस्तेमाल किया जाता है जिनकी बदौलत वह मनचाहा कार्य कर पाने में सक्षम हो पाता है। इसलिए एक मोटरसाइकिल भी तभी अपना काम सही से कर पाती है जब इसमें हर छोटे बड़े कल पुर्जे ठीक ढंग से काम करते हैं।

चूँकि मोटरसाइकिल को सड़क पर दौड़ना होता है इसलिए इसे एक निश्चित समय के बाद सर्विस की आवश्यकता पड़ती है जिसमें इंजन आयल से लेकर इसके कल पुर्जों की सफाई का कार्य किया जाता है। इसके अलावा बाइक के कल पुर्जे कभी भी ख़राब हो सकते हैं इसके लिए लोगों को इन्हें ठीक कराने की आवश्यकता होती है। और जिस स्थान या दुकान में बाइक की सर्विस एवं रिपेयरिंग का कार्य किया जाता है उस स्थान को Bike Repairing Center के नाम से भी जाना जाता है।

बाइक रिपेयरिंग बिजनेस कैसे शुरू करें?(How to Start Bike Repairing Business):

यद्यपि इसमें कोई दो राय नहीं की Bike Repairing Business को कोई भी व्यक्ति जो इस व्यापार में आने वाली लागत को वहन करने में सक्षम हो शुरू कर सकता है। लेकिन वे लोग जिन्हें बाइक के पार्ट्स या ऑटो पार्ट्स के बारे में किंचित जानकारी भी न हो क्या उनके लिए इस तरह का व्यापार शुरू कर पाना सही है? और क्या वे Bike Repairing के व्यापार को एक लाभकारी व्यवसाय में परिवर्तित कर पाएंगे? ऐसे ही अन्य कई तरह के प्रश्न उठना भी स्वाभाविक है।

वैसे हमारी राय में भी यदि एक ऐसा व्यक्ति जिसे Bike Repairing एवं मेंटेनेंस की उचित जानकारी हो वह इस तरह का व्यापार शुरू करता है तो उसके लिए अनुभवहीन व्यक्ति से बेहद जल्दी अपने बिजनेस को लाभकारी बिजनेस में परिवर्तित करने के अवसर एवं संभावना दोनों है। इसलिए कहना तो यही चाहेंगे की जिस व्यक्ति को इसकी जानकारी नहीं भी है लेकिन वह इस तरह का यह व्यापार शुरू करना चाहता है तो उसे पहले इस क्षेत्र में अनुभव प्राप्त करने का प्रयास अवश्य करना चाहिए। तो आइये जानते हैं की कैसे कोई व्यक्ति खुद का बाइक रिपेयरिंग एवं सर्विस सेण्टर शुरू कर सकता है।

1. अपने निर्णय को पक्का कर लें

उद्यमी को Bike Repairing Business शुरू करने के लिए सर्वप्रथम गंभीरता से सोचने की आवश्यकता होती है और उसके बाद ही कुछ पक्का निर्णय लेने की भी आवश्यकता होती है। और इसमें भी कोई दो राय नहीं की उद्यमी पक्का निर्णय तभी ले पायेगा जब उसे लगेगा जिस एरिया को वह टारगेट कर रहा है उस एरिया में बाइक, स्कूटी इत्यादि दुपहिये वाहनों की संख्या पर्याप्त है या नहीं। अर्थात भले ही उद्यमी की दुकान प्रमुख सड़क या नेशनल हाईवे पर क्यों न हो लेकिन उद्यमी केवल राह चलते ग्राहकों की जरूरतों को ध्यान में रखकर तो इस तरह का व्यापार शुरू कर नहीं सकता।

क्योंकि जिन लोगों के पास बाइक होती है उनकी पहली आदत यही होती है की वे चाहते हैं की उनकी मोटरसाइकिल का काम तसल्ली पूर्वक हो इसलिए वे अपने घर के आस पास उपलब्ध किसी Bike Repairing Center से ही बाइक ठीक करवाना पसंद करते हैं और लम्बे सफ़र पर निकलने से पहले अपनी बाइक की स्थिति एवं मेंटेनेंस का निरीक्षण करने के पश्चात ही निकलते है।

इसलिए Bike Repairing Business कर रहे उद्यमी को चाहिए की वह आम तौर पर स्थानीय लोगों को ही टारगेट करके इस तरह का व्यापार करे और इसके लिए उद्यमी को यह पता लगाना होगा की वहां पर बाइक, स्कूटी इत्यादि दुपहिये वाहनों की संख्या क्या है? और इनके उपयोगकर्ता इनकी रिपेयरिंग एवं सर्विस कहाँ और कैसे कराना पसंद करते हैं? जब उद्यमी को इन सभी जानकारी का पता चलेगा तभी वह इस निर्णय को पक्के तौर पर ले पाने में सक्षम हो पायेगा।     

2. बाइक रिपेयरिंग का काम सीखें (Get training of bike Repairing)

हालांकि यदि उद्यमी की खर्च करने की क्षमता एवं जोखिम लेने की क्षमता अधिक है तो वह बिना बाइक रिपेयरिंग का काम सीखे भी इस तरह का यह व्यापार शुरू कर सकता है। क्योंकि उद्यमी को स्टाफ या मिस्त्री की नियुक्ति तो हर हाल में करनी होगी लेकिन इस स्थिति में एक दो अधिक स्टाफ रखने की आवश्यकता हो सकती है। लेकिन Bike Repairing Business शुरू करने से पहले उद्यमी का बाइक रिपेयरिंग का काम सीखना इसलिए बेहद जरुरी हो जाता है ताकि उसके बिजनेस पर उसका पूर्ण रूप से नियंत्रण हो।

यदि उद्यमी को Bike Repairing की जानकारी नहीं होगी तो उसका स्टाफ लापरवाही कर सकता है और ग्राहकों से शिकायत आ सकती हैं और स्टाफ कोई भी बहाना बनाकर अपने आप को बचाने में कामयाब हो सकता है। जबकि यदि उद्यमी को खुद इस काम की जानकारी होगी तो वह अपने स्टाफ को अपने हिसाब से काम करने को निर्देशित कर सकता है और गलती होने पर उनकी जवाबदेही तय हो सकती है। इसलिए उद्यमी को चाहिए की वह इस तरह का व्यापार शुरू करने से पहले Bike Repairing के काम को अवश्य सीखे इसके लिए उद्यमी चाहे तो पहले से स्थित किसी वर्कशॉप इत्यादि में काम कर सकता है ।   

3. लोकेशन का चयन करें

Bike Repairing Center के लिए लोकेशन का चयन करते समय अनेक बातों का ध्यान रखने की आवश्यकता होती है इनमें जो सबसे पहली चीज है उद्यमी को चाहिए की वह किसी प्रमुख सड़क पर ही इस तरह का व्यापार शुरू करने के जगह की तलाश करे। या फिर कुछ स्थान ऐसे भी होते हैं जो वाहनों की रिपेयरिंग इत्यादि के लिए प्रसिद्ध होते हैं इसलिए लोग अपने वाहनों की रिपेयरिंग के लिए वहीँ जाना पसंद करते हैं। अर्थात स्थानीय ट्रांसपोर्ट नगर इत्यादि में भी इस तरह का व्यापार शुरू करने के लिए जगह या दुकान देखना काफी लाभप्रद हो सकता है।

जगह का चयन करते समय उद्यमी को इस बात का भी ध्यान रखने की आवश्यकता होती है की उसे बड़े बड़े टूल्स एवं कंप्रेसर इंस्टाल करने की भी आवश्यकता हो सकती है और बाइक धोने के लिए वाशिंग यूनिट स्थापित करने की भी आवश्यकता होती है। इसके अलावा ऐसे मोटरसाइकिल जो एक दिन में रिपेयर नहीं हो पाती उनके लिए पार्किंग इत्यादि की भी उचित व्यवस्था की आवश्यकता होती है ताकि उन्हें कोई नुकसान या चोरी न कर सके।

इसलिए उद्यमी को इन सब बातों को ध्यान में रखकर ही अपने Bike Repairing center के लिए जगह एवं लोकेशन का चुनाव करना चाहिए। जगह या दुकान किराये पर लेते वक्त रेंट एग्रीमेंट एवं लीज एग्रीमेंट अवश्य बनवा लें ताकि उस दस्तावेज को पता प्रमाण के तौर पर इस्तेमाल में लाया जा सके।        

4. वित्त का प्रबंध करें (Raise fund for Bike Repairing)

बिजनेस में आने वाला खर्चा बिजनेस के आकार, ख़रीदे जाने वाले टूल्स एवं उपकरण, लोकेशन का किराया, नियुक्त किये गए कर्मचारियों की सैलरी इत्यादि पर निर्भर करता है। लेकिन यदि उद्यमी इस क्षेत्र के जानकारों में शामिल है तो वह इस व्यवसाय को 3-5 लाख निवेश के साथ शुरुआती दौर में शुरू कर सकता है। शुरूआती दौर में वह केवल Bike Repairing पर ही अपना ध्यान आकर्षित करके इस व्यवसाय को शुरू कर सकता हाउ न की बाइक एक्सेसरीज इत्यादि बेचने पर ध्यान देकर।

क्योंकि यदि शुरूआती दौर में ही उद्यमी बाइक एक्सेसरीज बेचने पर ध्यान देगा तो उसे काफी निवेश करने की आवश्यकता हो सकती है। और जहाँ तक 3-5 लाख रूपये निवेश का सवाल है इसका प्रबंध उद्यमी अपनी व्यक्तिगत बचत या मित्रों, दोस्तों, परिवार के सदस्यों इत्यादि के माध्यम से आसानी से कर सकता है। क्योंकि इसमें स्टाफ के नाम पर उद्यमी को केवल सस्ती दरों पर या काम सिखाने के नाम पर उन लोगों को रखना है जो या तो मुफ्त में काम करने को राजी हों, क्योंकि उन्हें इस तरह का काम सीखने को मिल रहा है या फिर बेहद कम तनख्वाह में काम करने के लिए तैयार हों।       

5. Bike Repairing के लिए टूल्स एवं उपकरण खरीदें

जहाँ तक टूल्स एवं उपकरणों की बात है ये स्थानीय बाज़ारों एवं ऑनलाइन भी आसानी से उपलब्ध हैं इसमें कुछ बड़े उपकरण जैसे हवा भरने के लिए कम्प्रेसर, वाशिंग यूनिट स्थापित करने के लिए मशीन, सर्विसिंग प्लेटफोर्म इत्यादि की आवश्यकता हो सकती है। लेकिन बड़ी मशीनों एवं उपकरणों से अधिक Bike Repairing Business शुरू करने के लिए छोटे छोटे टूल्स की आवश्यकता होती है। जिनमें से कुछ की लिस्ट इस प्रकार से है।

हैण्ड टूल्स

  • हैंडल और एक्सटेंशन के साथ सॉकेट रेंच
  • विभिन्न प्रकार के रेंच
  • स्क्रूड्राइवर
  • एलन/हेक्स बिट सॉकेट
  • इम्पैक्ट रेंच या ड्राईवर
  • हथौड़ी
  • प्लास्टिक या रबर हथौड़ी
  • पतले मुह वाला प्लास
  • टौर्क रिंच
  • टायर प्रेशर गेज

मोटरसाइकिल टूलबॉक्स की प्रमुख वस्तुएं

  • WD- 40
  • नाइट्रील ग्लव्स
  • मैकेनिक के ग्लव्स
  • शॉप रैग
  • फनल
  • ज़िप टाइज
  • Loctite थ्रेडलॉकर
  • स्पेयर फ़्यूज़
  • पेनेट्रेटिंग आयल
  • चैन ल्यूब
  • मिश्रित नायलॉन और तार ब्रश
  • ग्रंज ब्रश
  • यूटिलिटी नाइफ 

अन्य सहायक उपकरण

  • फ्रंट/रियर स्टैंड
  • रोलिंग स्टूल
  • वर्क लैंप विथ क्लैंप
  • मगेनेटिक डिश
  • एडजस्टेबल रेंच
  • ब्रेकर बार
  • पोर्टेबल एयर कंप्रेसर 

यहाँ पर हमने कुछ प्रमुख उपकरणों एवं वस्तुओं का ही जिक्र किया है Bike Repairing Business शुरू करने वाला उद्यमी अपनी आवश्यकतानुसार उपकरणों एवं मशीनों को अपने व्यापार का हिस्सा बना सकता है।

6. स्टाफ की नियुक्ति करें

यद्यपि स्टाफ की नियुक्ति इस बात पर निर्भर करती है की उद्यमी मिस्त्री या मेकेनिक के तौर पर खुद भी काम करना चाहता है। या फिर वह केवल और केवल प्रबंधक एवं मार्केटिंग के कार्यों का ही दायित्व अपने ऊपर लेगा। यदि उद्यमी स्वयं ही मेकेनिक की तरह कार्य करके Bike Repairing Business  शुरू करना चाहता है तो उसे दो या तीन हेल्पर की आवश्यकता होती है।

उद्यमी चाहे तो किन्हीं ऐसे लोगों की तलाश कर सकता है जो स्वयं भी इस कार्य को सीखना चाहते हों क्योंकि उद्यमी उन्हें काम सीखा भी सकता है और हेल्पर के तौर पर उनका इस्तेमाल भी कर सकता है। लेकिन यदि उद्यमी की योजना बड़े स्तर पर इस कार्य को शुरू करने की है तो उसे मिस्त्री, मैकेनिक, हेल्पर इत्यादि सभी की नियुक्ति करनी होगी।   

7. अपने व्यापार की मार्केटिंग करें

वैसे देखा जाय तो आज के युग में यदि किसी व्यक्ति को अपनी Bike Repairing करानी होती है तो वह एक बार इन्टरनेट पर इस बारे में सर्च अवश्य करता है। की उसके नज़दीक कोई अच्छा सा बाइक रिपेयरिंग सेण्टर है या नहीं। इसलिए वर्तमान में इस तरह का व्यापार शुरू करने वाले उद्यमी को न सिर्फ पोस्टर, बैनर, पम्फलेट इत्यादि के माध्यम से मार्केटिंग करने की आवश्यकता होती है।

बल्कि उद्यमी को खुद की एक वेबसाइट विकसित करने की आवश्यकता होती है और उसमें अपने व्यापार एवं सर्विस से जुड़ी हर एक जानकारी उल्लेखित करने की आवश्यकता होती है। इसके अलावा ग्राहक उद्यमी से संपर्क साध सकें इसके लिए उसे उस वेबसाइट में एक Contact Us नामक पेज भी बनाना होता है। और उसमें फ़ोन नंबर, पता, ईमेल आईडी, फेसबुक पेज इत्यादि का एड्रेस देने की आवश्यकता होती है।

ताकि ग्राहक उद्यमी को अपनी सुविधानुसार किसी भी साधन का उपयोग करके संपर्क कर सके। इसके अलावा उद्यमी को यह बात भी नहीं भूलनी चाहिए की इस तरह के काम की मार्केटिंग तब होती है जब लोग उसके काम की प्रसंशा करने लगते हैं। इसलिए उद्यमी को सर्विस एवं रिपेयरिंग का काम तसल्ली एवं ईमानदारी के साथ उचित दरों पर करना चाहिए। Bike Repairing Business करने वाला उद्यमी चाहे तो अपने ग्राहकों को घर से बाइक को पिक एवं ड्राप की फैसिलिटी भी प्रदान कर सकता है।  

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